गया में बाढ़ का CM ने लिया जायजा, अस्तित्व में आएगा मनसरवा नाला
पिछले तीन दिन से भारी बारिश ने गया में जनजीवन को अस्तव्यस्त कर दिया है। चहुंओर पानी ही पानी है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने भी प्रभावित इलाकों का जायजा लिया है।
पटना [वेब डेस्क ] । छले तीन दिन से हो रही भारी वर्षा ने बिहार के गया में बाढ़ जैसी स्थिति ला दी है। शहर के जिन सड़कों पर पहले कारें चलती थीं आज वहां एसडीआरएफ की की नाव चल रही हैं। जिले के निचले इलाकों में भी जलजमाव की गंभीर स्थिति है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने गुरुवार की शाम गया पहुंचकर प्रभावित इलाकों का जायजा लिया।
उन्होंने जल जमाव वाले पंतनगर, अशोक विहार और मधुसूदन कालोनी में लोगों की पीड़ा देखी। डीएम कुमार रवि से जलजमाव वाले इलाकों से पानी को तीन दिन के भीतर निकालने की व्यस्था के निर्देश दिए। सीएम को लोगो ने बताया कि यहां 70 फीट का एक मनसरवा नाला हुआ करता था जिसे अतिक्रमण कर बेच दिया गया औऱ लोगो ने मकान बना लिया है। सीएम ने यहां से अतिक्रमण हटाने के निर्देश भी दिए।
सोमवार की देर शाम से लगातार हो रही भारी वर्षा के कारण बाढ़ की विभीषिका झेल रहे बाईपास के निकटवर्ती इलाकों अशोक विहार कॉलोनी, मधुसूदन कॉलोनी तथा पंत नगर के नागरिकों के चेहरों पर लौटता सुकून बुधवार की देर शाम से फिर से शुरू हुई लगातार बारिश के बाद एक बार फिर से चिंता की लकीरों में बदल गया है। बारिश के बाद एक बार फिर से इन इलाकों में जलस्तर बढ़ना शुरू हो गया है।
रेल यातायात पर असर
सिग्नल सिस्टम में ही तकनीकी व्यवधान आ जाने से ट्रेनों के आवागमन पर काफी असर पडा है।
गया-किउल पैसेंजर ट्रेन रद कर दी गई है। दिल्ली से चलकर गया आने वाली महाबोधि एक्सप्रेस अपने निर्धारित समय से आठ घंटा विलंब से आने की सूचना है। गया-चेन्नई एक्सप्रेस सुबह सात बजे से गया जंक्शन पर खडी है। पुरूषोतम एक्सप्रेस भी विलंब से चल रही है।
दो मेडिकल टीमें तैनात
जलजमाव की भयावहता को देखते हुए डीएम के निर्देश पर दो मेडिकल टीम को तैनात किया गया है। प्रत्येक टीम में एक डॉक्टर, पारा मेडिकल स्टाफ एवं चतुर्थ वर्गीय कर्मचारी शामिल हैं। आपात स्थिति के लिए दो एम्बुलेंस भी तैनात किए गए हैं। डीएम ने सिविल सर्जन को जीवनरक्षक दवाओं के अलावा डायरिया निरोधक, सर्दी-खांसी-बुखार, सांप काटने की दवा सहित हैलोजन टैबलेट की उपलब्धता रखने का निर्देश दिया है।