स्वास्थ्य कर्मियों को कल पड़ेगा कोरोना के टीका, गया जिला प्रशासन ने कर ली सारी तैयारियां पूरी
2020 में महामारी का रूप धारण कर पूरे धरती पर कोहराम मचा रहे कोरोना वायरस के संक्रमण को रोकने के लिए प्रथम चरण के टीकाकरण अभियान शुरू कर दिया गया है। इसकी शुरुआत कलहोनी है जिसके लिए वजीरगंज सीएचसी में सारी तैयारियां पूरी कर ली गई है।
संवाद सूत्र, वजीरगंज (गया)। Bihar COVID -19 Vaccination Campaign: बीते साल 2020 में महामारी का रूप धारण कर पूरे धरती पर कोहराम मचा रहे कोरोना वायरस के संक्रमण को रोकने के लिए प्रथम चरण के टीकाकरण अभियान शुरू कर दिया गया है। इसकी शुरुआत कल (16 जनवरी को) होनी है जिसके लिए वजीरगंज सीएचसी में सारी तैयारियां पूरी कर ली गई है। टीकाकरण कार्य 16 से 25 जनवरी तक चलेगा।
सीएचसी के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉक्टर नंदलाल प्रसाद एवं स्वास्थ्य प्रबंधक नैयर हसनैन ने बताया कि टीकाकरण के लिए सारी आवश्यक तैयारियां पूरी कर ली गई है। सबसे पहले कल 16 जनवरी को सीएससी के वैसे स्वास्थ्य कर्मियों को टीका दिया जाएगा जिनकी उम्र 50 वर्ष से पार नहीं किया हो। यानि प्रथम चरण में 50 वर्ष तक उम्र वाले स्वास्थ्य कर्मियों को ही प्रशिक्षित किया जाना है। उनमें से भी वैसे कर्मी जो डायबिटीज, उच्च रक्तचाप (हाई ब्लड प्रेशर) या किसी अन्य प्रकार के गंभीर बीमारी से ग्रसित हो उन्हें यह टीका फिलहाल नहीं दिया जाएगा।
वरीय चिकित्सा पदाधिकारी डॉ. विद्या भूषण ने बताया कि स्वदेश में विकसित कोविशिल्ड नामक टीका का पहले ही सभी तरह का परीक्षण कर लिया गया है, इसलिए यह पूरी तरह सुरक्षित है। इस टीके को लगवाने में किसी तरह के भय नहीं है और ना कोई परहेज करने की जरूरत है। किसी भी स्वास्थ्य कर्मी को टिका के पहले डोज से प्रतिरक्षित होने के बाद 70 फीसद और दूसरा डोज पड़ जाने पर 90 फीसद संक्रमण नहीं होने की पूरी गारंटी है। उन्होंने कहा कि सभी लोगों को पूरे निर्भीकता के साथ टीका लगवाना चाहिए।
50 वर्ष से अधिक उम्र के स्वास्थ्य कर्मियों को दूसरे चरण में प्रतिरक्षित किया जाएगा। वजीरगंज सीएचसी में टीकाकरण के लिए विशेष वार्ड बनाया गया है। केयर इंडिया के अधिकारी राजेश कुमार ने बताया कि टीकाकरण के पहले और बाद में स्वास्थ्य कर्मी को कई आवश्यक प्रक्रिया से गुजरना पड़ेगा। सबसे पहले संबंधित व्यक्ति की पहचान उनके संबंधित दस्तावेज से मिलान करके किया जाएगा, फिर उनकी एंट्री टीकाकरण पोर्टल पर लोड किया जाएगा, उसके बाद टिका दिया जाना है। फिर टीका पढ़ने के बाद उन्हें आधे घंटे तक प्रथम अवलोकन कक्ष में विश्राम मुद्रा में रखा जाएगा। इस बीच यदि उनके स्वास्थ्य में किसी प्रकार की हरकत होती है तो दूसरे अवलोकन कक्ष में ले जाकर उनका स्वास्थ्य परीक्षण करने के बाद उन्हें छुट्टी दे दी जाएगी।