भभुआ के इस सरकारी स्कूल में क्यूआर कोड से मिलती है बच्चों को जानकारी, इसके शिक्षक हरिदास शर्मा को आज राष्ट्रपति देंगे पुरस्कार
आज भभुआ के रामगढ़ के राज्यकीयकृत मध्य विद्यालय डहरक विद्यालय के प्रभारी प्रधानाध्यापक हरिदास शर्मा को वर्चुअल माध्यम से रविवार को राष्ट्रीय शिक्षक पुरस्कार से राष्ट्रपति सम्मानित करेंगें। इसको लेकर शनिवार को पूर्वाभ्यास पटना में दिल्ली व पटना की टीम ने किया। जानिए शिक्षक व स्कूल की खासियत ।
जासं, भभुआ: आज रामगढ़ के राज्यकीयकृत मध्य विद्यालय डहरक विद्यालय के प्रभारी प्रधानाध्यापक हरिदास शर्मा को वर्चुअल माध्यम से रविवार को राष्ट्रीय शिक्षक पुरस्कार मिलेगा। इसको लेकर शनिवार को पूर्वाभ्यास पटना में दिल्ली व पटना की टीम ने किया। इससे राजकीयकृत मध्य विद्यालय डहरक के लोगों में हर्ष और उल्लास का माहौल है। शिक्षक हरिदास शर्मा को यह पुरस्कार इस स्कूल में कराए गए हाईटेक काम के लिए मिल रहा है।
11 मानकों के आधार पर राष्ट्रपति पुरस्कार के लिए दिया गया है सम्मान
जानकारी के मुताबिक हरिदास शर्मा का चयन 11 मानकों के आधार पर किया गया है। आसपास के लोग बताते हैं कि जब से वो प्रभारी प्रधानाध्यापक बने हैं तब से ही विद्यालय में परिवर्तन दिखने की शुरुआत हो गई। उन्होंने अपने इनोवेटिव आईडिया से विद्यालय में कई परिवर्तन किया है। जिससे बच्चों को शिक्षा और ज्ञान मिलने में काफी आसानी होती है। कई ज्ञानवर्धक बातें तो ऐसी है जिन्हें हम भी नहीं जानते थे लेकिन उनकी वजह से जान गए।
ऑनलाइन पढ़ा कर सिलेबस में पिछड़ने नहीं दिया
आगे बताते हैं कि, विद्यालय परिसर में लगे ऐसे कई पौधे हैं, जिनके बारे में हम लोगों को जानकारी नहीं थी लेकिन अब हम सभी उसके बारे में जानते हैं । शिक्षक के बारे में बताते हुए कहते हैं कि कोरोनावायरस के समय में इन्होंने अपने इनोवेटिव आइडिया से बच्चों की काफी मदद की। उन्हें ऑनलाइन पढ़ा कर सिलेबस में पिछड़ने नहीं दिया।
मध्य विद्यालय डहरक विद्यालय की रूप रेखा में हुआ काफी बदलाव
हरिदास शर्मा की मेहनत से राजकीय कृत मध्य विद्यालय डहरक विद्यालय की रूप रेखा में काफी बदलाव हो गया है। विद्यालय का परिसर पूरी तरह से चकाचक दिख रहा है। राष्ट्रीय शिक्षक पुरस्कार के चयन के बारे में हरिदास शर्मा ने बताया कि उनके विद्यालय में सभी कक्षा में क्यूआर कोड लगा हुआ है। जहां से स्कैन करने पर महापुरूष व अन्य चीजों के बारे में पढ़ सकते हैं। इसके अलावा विद्यालय परिसर में लगाए गए पेड़ों के पास में भी क्यूआर कोड लगा है। जहां से स्कैन करने पर पेड़ की गुणवत्ता, उसके वनस्पतिक नाम सहित कई चीजों के बारे में जानकारी प्राप्त कर सकेंगे।
विद्यालय के बाउंड्री वाल पर शिक्षण अधिगम सामग्री की प्रस्तुति
विद्यालय के बाउंड्री वाल पर शिक्षण अधिगम सामग्री की प्रस्तुति की गई है ताकि बच्चे उसे देख कर पठन पाठन के प्रति रूचि जागृत हो। इसके अलावा उन्होंने यह भी बताया कि कोरोना काल में ऑनलाइन माध्यम से बच्चों को पढ़ाने का कार्य किया। इन्ही बिंदुओं पर उनका चयन किया गया है। उनके चयन की सूचना से ही उनके पूरे घर और परिवार में हर्षोल्लास का माहौल है । हर जगह से बधाइयां मिल रही हैं अब लोग उस समय का इंतजार कर रहे हैं जब राष्ट्रपति वर्चुअल माध्यम से उनको पुरस्कार देंगे।