बिक्रमगंज में वीर कुंवर सिंह कृषि कॉलेज की छात्राओं ने रंगों से जमीन पर उतार दिया गांव का नक्शा
सूर्यपुरा प्रखंड के सुरहुरिया गांव में कृषि विज्ञान केंद्र की ओर से जलवायु अनुकूल खेती कार्यक्रम के तहत सहभागी ग्रामीण मूल्यांकन कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम को वीर कुंवर सिंह कृषि महाविद्यालय डुमरांव के छात्र एवं छात्राओं ने उपस्थित कृषकों से पूछताछ की।
संवाद सहयोगी, बिक्रमगंज (रोहतास)। सूर्यपुरा प्रखंड के सुरहुरिया गांव में कृषि विज्ञान केंद्र की ओर से जलवायु अनुकूल खेती कार्यक्रम के तहत सहभागी ग्रामीण मूल्यांकन कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम को वीर कुंवर सिंह कृषि महाविद्यालय डुमरांव के छात्र एवं छात्राओं ने उपस्थित कृषकों से पूछताछ और गांव में भ्रमण किया एवं रंगोली के माध्यम गांव का नक्शा बनाया। यह कार्यक्रम औरंगाबाद केविके के वरीय वैज्ञानिक एवं प्रधान डॉ नित्यानंद कुमार के दिशा निर्देश में आयोजित किया गया।
इसमें उक्त गांव के कई किसानों ने भाग लिया। उन्होंने कहा कि सहभागी ग्रामीण मूल्यांकन वर्तमान में गांव से जुड़ी सभी जानकारियां इकट्ठा करने का सबसे सटीक और बेहतरीन तरीका है। इस तरीके से गांव के सभी संसाधनों, वहां की खेती, वहां के मौसम आदि की जानकारी इकट्ठा कर सरकार को दिया जाता है, जिससे गांव की भलाई हेतु अच्छे से कार्यक्रम बनाए जा सकें। इस कार्यक्रम को संकलित करने के लिए बिहार कृषि विश्वविद्यालय की मीडिया टीम इंजीनियर शालिग्राम संदीप, कुमार नवल किशोर के दिशा निर्देश पर वीडियोग्राफी एवं ड्रोन फोटोग्राफी एवं वीडियोग्राफी भी कराई गई।
कार्यक्रम में उपस्थित कृषि विज्ञान केंद्र रोहतास के वरीय वैज्ञानिक एवं प्रधान रोहतास आर के जलज ने ग्रामीणों के समक्ष जलवायु अनुकूल खेती कार्यक्रम के तहत लगाए हुए गेहूं, चना, सरसों, मसूर आदि फसलों की जानकारी दी। उद्यान वैज्ञानिक डॉ रतन कुमार ने आने वाले गरमा मौसम में इसी कार्यक्रम के तहत मूंग एवं उड़द की खेती के लिए कृषकों को जानकारी दिया।
इस कार्यक्रम में स्थानीय ग्रामीण भिखारी राय, वीरेंद्र सिंह, रत्नेश कुमार सिंह, दिनेश्वर राय, रामअवतार, रोमन राय, कृष्ण बिहारी राय, सुनील राय सत्यदेव राय, सुजीत राय, विवेक राय, सोनू कुमार, सौरभ कुमार सहित करीब 50 ग्रामीणों ने इस कार्यक्रम में भाग लिया। वीर कुंवर सिंह कृषि महाविद्यालय के छात्र-छात्राएं संस्कृति, प्रियंका कुमारी, आफरीन परवीन, नेहा, निभा, अतुल, सौरभ आदि ने रंगोली के माध्यम से गांव का नक्शा बनाकर एवं किसानों से बातचीत कर पूरे गांव का जानकारी प्राप्त किया।