गया समाचार: वजीरगंज के गड़रिया में आग लगने से दस बीघा खेत का धान जलकर हुआ राख
आग को बेकाबू होते देख गया के अग्निशमन विभाग को भी सूचना दी गई लेकिन वहां से कोई दमकल नहीं भेजा गया। परिणाम स्वरूप सभी खलिहानो के धान का नेवारी धू धूकर जलता रहा और सब कुछ नष्ट हो गया। दमकल उपलब्ध होता तो कुछ धान बच सकता था।
संवाद सूत्र, वजीरगंज (गया)। गया जिले के वजीरगंज थाना क्षेत्र के करजरा पंचायत अंतर्गत गडरिया गांव के खलिहान में सोमवार की देर रात भीषण आग लग गई। आग लगने के कारणों का तो पता नहीं चल सका, लेकिन घटना में अनिल शर्मा, कृष्णा शर्मा, महेश यादव सहित कुल पांच किसानों के करीब दस बीघे धान के खेत से लाए गए धान जलकर राख हो गया, जो खलिहान में रखा था। घटना के संबंध में गांव के किसान कामता प्रसाद ने बताया कि देर रात जब सभी किसान अपने अपने खेत खलिहानों से काम करके घर वापस चले गए तभी एक खलिहान के नेवारी से अचानक आग की लपटें निकलने लगी।
अग्निशमन विभाग को दी गई सूचना मगर नहीं पहुंचा दमकल
किसी तरह कुछ ग्रामीणों को इस पर नजर पड़ी तब उनके शोर मचाने से गांव के अन्य लोग स्थल की ओर दौड़े तथा आग बुझाने के पारंपरिक साधनों का उपयोग कर बुझाने का प्रयास में लग गए। लेकिन आग की लपटें बढ़ती गई और ग्रामीणों के वश से बाहर हो गई। पुलिस को घटना की सूचना दिए जाने पर वजीरगंज थाना से मिनी दमकल तो पहुंचा, लेकिन उसमें तकनीकी खराबी रहने के कारण वह भी बेकार साबित हुआ। आग को बेकाबू होते देख गया के अग्निशमन विभाग को भी सूचना दी गई, लेकिन वहां से कोई दमकल नहीं भेजा गया। परिणाम स्वरूप सभी खलिहानो के धान का नेवारी धू धूकर जलता रहा और सब कुछ नष्ट हो गया। ग्रामीण बताते हैं कि यदि गया से भी दमकल उपलब्ध करा दिया जाता तो संभवत कुछ धान बचाया जा सकता था। आसपास के अन्य किसान खुद के प्रयास से अपने खलिहान को आग के लपेटे में आने से किसी तरह बचाव करने में कामयाब रहे। इस संबंध में अंचल अधिकारी पुरुषोत्तम कुमार ने कहा कि पीड़ित किसानों से लिखित आवेदन लेकर क्षति की जांच कराने के बाद मुआवजे के लिए अनुशंसा किया जाएगा।