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गया समाचार: सितंबर में 687 टीबी मरीजों की पहचान, हर महीने दी जा रही पांच सौ रुपये पोषण के लिए राशि

यक्ष्मा विभाग इन दिनों टीबी मरीजों को खोजने के विशेष अभियान में लगा है। सितंबर व अक्टूबर में इसके लिए सघन खोज अभियान चला। इन दोनों माह में 1374 टीबी मरीजों को खोजने का लक्ष्य है। एक माह में 687 मरीजों को खोजना है।

By Prashant KumarEdited By: Published: Fri, 29 Oct 2021 03:49 PM (IST)Updated: Fri, 29 Oct 2021 03:49 PM (IST)
गया समाचार: सितंबर में 687 टीबी मरीजों की पहचान, हर महीने दी जा रही पांच सौ रुपये पोषण के लिए राशि
टीबी मरीजों को गया जिले में खोज रही स्‍वास्‍थ्‍य विभाग की टीम। प्रतीकात्‍मक तस्‍वीर।

जागरण संवाददाता, गया। जिले का यक्ष्मा विभाग इन दिनों टीबी मरीजों को खोजने के विशेष अभियान में लगा है। सितंबर व अक्टूबर में इसके लिए सघन खोज अभियान चला। इन दोनों माह में 1374 टीबी मरीजों को खोजने का लक्ष्य है। एक माह में 687 मरीजों को खोजना है। जिला यक्ष्मा कार्यालय के अनुसार सितंबर में 687 का लक्ष्य हासिल कर लिया गया है। संभावित बीमारी को लेकर करीब पांच हजार लोगों की जांच की गई। अक्टूबर में भी अभियान जारी है। बता दें कि टीबी मरीजों को सरकार हर महीने 500 रुपये की पोषण राशि देती है, ताकि मरीज पौष्टिक सामान खरीदकर खा-पी सकें।

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पांच प्रखंडों में ट्रूनेट से टीबी बीमारी की जांच की सुविधा

टीबी उन्मूलन को लेकर सरकार ने कई तरह की सुविधाएं अस्पतालों में दी है। इसके तहत जयप्रकाश नारायण अस्पताल, वजीरगंज, शेरघाटी, टिकारी व मगध मेडिकल अस्पताल में ट्रूनेट से जांच की सुविधा उपलब्ध है। इसके अलावा एक्स-रे व माइक्रोस्कोपिक के जरिए भी स्फूटम की जांच होती है। इनके जरिए भी टीबी बीमारी के संक्रमण का चिकित्सक पता लगाते हैं। जिले में क्लीनिकल व बलगम जांच की भी सुविधा उपलब्ध है।

सरकारी व निजी अस्पतालों में भी इलाज व दवा की है सुविधा

जिले के सभी सरकारी अस्पतालों के अलावा चिह्नित निजी अस्पतालों में भी टीबी के इलाज व दवा की सुविधा उपलब्ध कराई गई है। यदि निजी अस्पतालों में मरीज की पहचान टीबी संक्रमित के रूप में हो जाती है तो उन्हें सरकारी स्तर से मुफ्त में दवा भी उपलब्ध कराई जाती है। जिले में 297 निजी चिकित्सालय इसके लिए चिह्नित हैं। यहां पर टीबी के इलाज की सुविधा है। इस काम में वल्र्ड हेल्थ पार्टनर संस्था भी सहयोग दे रही है।

  • सितंबर में माइक्रोस्कोपिक स्फूटम जांच- 379
  • स्फूटम जांच में संक्रमित मिले- 45
  • सितंबर में ट्रूनेट से जांच- 729
  • ट्रूनेट जांच में मिले 187 एमटीबी संक्रमित
  • जिलेभर में अभी 4305 मरीज खा रहे हैं टीबी की दवा

टीबी का इलाज करने के लिए कहां कितने निजी चिकित्सालय

गया शहर- 166

टिकारी- 06

शेरघाटी- 25

बोधगया- 15

क्या कहते हैं अधिकारी

जिला यक्ष्‍मा पदाधिकारी डॉ. पंकज कुमार सिंह ने कहा कि टीबी उन्मूलन के उद्देश्य से सितंबर व अक्टूबर में नए मरीजों के नोटिफिकेशन का अभियान चलाया जा रहा है। सितंबर में 687 मरीजों की पहचान हुई है।


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