गया के डीएम ने निरीक्षण कर कहा, जेपीएन हॉस्पिटल की आइसीयू में तीन जीएनएम की ड्यूटी लगाएं
गया के डीएम अभिषेक सिंह ने शनिवार को जयप्रकाश नारायण अस्पताल का निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने व्यवस्था में बदलाव को लेकर कई निर्देश दिए। कोरोना संक्रमितों के उपचार की व्यवस्था देखी। शव वाहन एएनएमसीएच को देने को कहा।
गया, जागरण संवाददाता। कोरोना संक्रमण के मामले में गया जिला राज्य में दूसरे स्थान पर है। हर दिन यहांं पांच सौ से हजार के बीच मरीज मिल रहे हैं। संक्रमण के बढ़ते प्रसार को देखते हुए जिला पदाधिकारी अभिषेक सिंह ने जय प्रकाश नारायण अस्पताल (Jayprakash Narayan Hospital) में आइसीयू (ICU) का निरीक्षण किया। संग्रहालय में बनाए गए अस्थायी कोविड अस्पताल का जायजा लिया। इस दौरान व्यवस्था में सुधार को लेकर सुझाव और निर्देश दिए।
रेड क्रॉस का शव वाहन दें एएनएमसीएच को
डीएम ने उपाधीक्षक को निर्देश दिया कि आइसीयू में तीन जीएनएम की ड्यूटी लगाएं। रोस्टर के मुताबिक डॉक्टर भी ड्यूटी में लगाए जाएं। डीएम ने रेड क्रॉस का शववाहन एएनएमसीएच (ANMCH) को देने काे कहा। सामान्य ओपीडी की समीक्षा भी उन्होंने की। सामान्य मरीजों के आने की जानकारी ली। डीएम ने गया संग्रहालय में बनाये गए 50 बेड के डेडिकेटेड कोविड हेल्थ सेंटर (Dedicated Covid Care Center) का निरीक्षण किया। वहां भर्ती मरीजों के खानपान, इलाज, दवा, ऑक्सीजन, शौचालय की व्यवस्था इत्यादि कार्यों की समीक्षा की। संग्रहालय में प्रत्येक बेड के साथ एक ऑक्सीजन सिलिंडर की व्यवस्था की गई है। डीएम ने कहा कि संग्रहालय में आवश्यक सूचनाओं की जानकारी देने के लिए साइनेज लगाएं। ताकि आने वाले मरीजों व स्वजनों को सुविधा मिले। निरीक्षण के दौरान डीएम के साथ सिविल सर्जन, डीपीएम, डीपीआरओ आदि थे।
मगध मेडिकल और जेपीएन में नहींं रहा वेंटिलेटर का उपयोग
गौरतलब है कि अनुग्रह नारायण मगध मेडिकल कॉलेज में कुव्यवस्था को लेकर कई शिकायतें मिल रही हैं। जेपीएन अस्पताल में भी कुव्यवस्था की शिकायतें मिल रही थीं। दोनों जगह उपलब्ध होने के बावजूद वेंटिलेटर का इस्तेमाल नहीं किए जाने की बात सामने आ रही है। इन सबके बीच डीएम के निरीक्षण से लोगों को बदलाव की उम्मीद है। डीएम ने स्पष्ट कहा कि जो उपलब्ध सुविधाएं हैं वे समुचित तरीके से मरीजों को दी जाए। इसमें किसी तरह की कोताही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।