मनमाना भाड़ा वसूली पर गया प्रशासन की नजर कमजोर, छोटे वाहन का किराया सुन दंग रह जाएंगे आप
आमस से लेकर शेरघाटी तक का आटो किराया पहले 15 रुपया था लेकिन अब मनमानी रूप से किसी से 30 तो किसी से 40 रुपए वसूला जा रहा है। भाड़ा मनमाना वसूला जा रहा है। लेकिन आटो चालकों द्वारा कोविड 19 के गाइड लाइन का अनुपालन नहीं किया जा रहा।
संवाद सूत्र, आमस (गया)। ईंधन के बढ़ते दामों का असर न सिर्फ यात्री वाहनों पर दिखता है। बल्कि खाद्य पदार्थ से लेकर हरी सब्जी और फलों पर भी इसका असर देखने को मिलता है। यहीं कारण है कि बड़े तो बड़े, छोटे वाहन भी मनमाना किराया वसूली में पीछे नहीं है। हलांकि छोटे वाहनों में निर्धारित सीट से अधिक यात्री बैठाना उनकी नियति है। प्रखंड के चंडीस्थान आटो स्टैंड से मदनपुर, आमस, गुनेरी, शेरघाटी, मोदीनचक, बुधौल सहित अन्य जगहों के लिए आटो का परिचालन होता है।
चंडीस्थान आटो स्टैंड से चलने वाले वाहन से सैकड़ों यात्री प्रतिदिन एक स्थान से दूसरे स्थान तक आवागमन करते हैं। लेकिन, प्रतिदिन स्टैंड में किराया को लेकर झिकझिक होता है। कभी कभी बहस इतनी बढ़ जाती है कि मारपीट तक की नौबत आ जाती है। चंडीस्थान से काफी संख्या में छात्र-छात्राएं उच्च शिक्षा के लिए शेरघाटी जाते हैं। लेकिन मनमाना किराया वसूली से वैसे छात्रों का पढ़ाई भी प्रभावित हो रहा है। जो छात्र प्रतिदिन कालेज जाया करते थे, वे अब सप्ताह में एक या दो दिन जाते हैं।
यात्री मनोज कुमार ने बताया कि आमस से लेकर शेरघाटी तक का आटो किराया पहले 15 रुपया था, लेकिन अब मनमानी रूप से किसी से 30 तो किसी से 40 रुपए वसूला जा रहा है। भाड़ा मनमाना वसूला जा रहा है। लेकिन आटो चालकों द्वारा कोविड 19 के गाइड लाइन का अनुपालन नहीं किया जा रहा। गाइडलाइन के तहत आटो में आधे सीट पर ही सवारी बैठाना है। लेकिन इस पर कोई ध्यान नहीं देता। एक आटो चालक ने बताया कि तेल के दाम बढऩे व महंगाई बढऩे के साथ साथ आटो के पार्टस के दाम भी बढ़ गए हैं। यही कारण है कि मजबूरी में आटो में भाड़ा बढ़ा है ।
ऑटो का किराया
- चंडीस्थान से आमस पहले 8 अब 15
- चंडीस्थान से शेरघाटी पहले 8 अब 20
- चंडीस्थान से बुधौल पहले 15 अब 20
- चंडीस्थान से मदनपुर पहले 15 अब 30
- चंडीस्थान से करमाइन मोड़ पहले 5 अब 10
- चंडीस्थान से गुनेरी पहले 5 अब 10
- चंडीस्थान से मोदीनचक पहले 8 अब 15
- चंडीस्थान से अकौना पहले 5 अब 10