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फ्रांस के राजदूत ने कहा- चीन की दादागिरी रोकने के लिए भारत-फ्रांस का एक साथ होना बहुत जरूरी

बंगलुरु की तक्षशिला संस्‍थान की ओर से भारत-फ्रांस वर्चुअल डायलॉग का आयोजन किया गया। इसमें भारत और फ्रांस के राजदूतों के अलावा कई गणमान्‍य लोगों ने श्‍ािरकत की। इसमें औरंगाबाद निवासी सॉफ्टवेयर इंजीनियर अमन राज भी शामिल हुए।

By Vyas ChandraEdited By: Published: Sun, 14 Feb 2021 02:57 PM (IST)Updated: Sun, 14 Feb 2021 02:57 PM (IST)
फ्रांस के राजदूत ने कहा- चीन की दादागिरी रोकने के लिए भारत-फ्रांस का एक साथ होना बहुत जरूरी
भारत-फ्रांस डायलॉग में औरंगाबाद के अमन राज। फाइल फोटो

जागरण संवाददाता, औरंगाबाद। बंगलुरू की तक्षशिला आर्गेनाइजेशन (Takshashila Institution) की ओर से गुरुवार को आयोजित वर्चुअल भारत-फ्रांस डायलॉग (India-France Dialogue) में औरंगाबाद जिले के तरार ग्राम निवासी सॉफ्वेयर इंजीनियर (Software Engineer) अमन राज ने भी भाग लिया। पुणे में कार्यरत अमन ने दोनों देशों के बीच साझीदारी को और मजबूत करने पर प्रभावी तरीके से अपना पक्ष रखा। भारत में फ्रांस के राजदूत इमैनुएल लेनैन एवं फ्रांस में भारत के राजदूत जावेद अशरफ, स्‍ट्रैटिजिक स्‍टडीज ऑफ तक्षशिला इंस्‍टीच्‍यूशन के निदेशक ले जे प्रकाश मेनन समेत कई गणमान्‍य इस डायलॉग में शामिल हुए।

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रक्षा, विज्ञान और अंतरिक्ष में बढ़ रही साझेदारी

अमन ने दूरभाष पर बताया कि वर्चुअल डायलॉग में उन्होंने भारत-फ्रांस के बीच लगातार मजबूत हो रहे रिश्तों के बारे में विस्तार से चर्चा की। फ्रांसीसी एंबेसडर ने भारत और फ्रांस के बीच रक्षा (Defence), विज्ञान प्रौद्योगिकी (Science and Technology) एवं अंतरिक्ष (Space) क्षेत्र में बढ़ती साझीदारी के बारे में बताया। उन्होंने बताया कि राफेल लड़ाकू विमान की आपूर्ति के अलावा फ्रांस पनडुब्बियों के निर्माण में भी भारत के साथ काम कर रहा है। अमन राज के एक प्रश्‍न के जवाब में इमैनुएल लैनेन ने कहा कि फ्रांस हिंद-प्रशांत क्षेत्र में भारत का सच्चा साझीदार है। चीन के इस क्षेत्र में किये जा रहे अंतरराष्ट्रीय नियमों का उल्लंघन को रोकने के लिए यूरोपीय देशों एवं भारत के साथ मिलकर रणनीतिक साझीदारी बनाने की दिशा में काम कर रहा है।

दोनों देश रिन्‍युएबल इनर्जी पर भी करें काम

अमन राज ने इस बात पर बल दिया की भारत और फ्रांस के बीच आधुनिक डिजिटल टेक्नोलॉजी, रिन्यूएबल एनर्जी जैसे क्षेत्रों में साझीदारी बढ़ाने की दिशा में भी काम किया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि भारत एवं फ्रांस के बीच द्विपक्षीय व्यापार अभी 15 बिलियन डॉलर का है जिसे और बढ़ाने की जरुरत है। इसका जवाब देते हुए फ्रांस में भारत के राजदूत जावेद अशरफ ने बताया कि भारत इसके लिये यूरोप के साथ फ्री ट्रेड एग्रीमेंट (बीटीआइए) को अंतिम रूप देने के लिये काम कर रहा है। उन्होंने बताया कि भारत और फ्रांस साथ मिलकर अपनी औद्योगिक क्षमताओं का उपयोग करके यूरोप एवं एशिया में व्यापार मजबूत कर सकते हैं। राजदूत अशरफ ने कहा कि भारत-फ्रांस के बीच संबंधों को मजबूत करने के लिए दोनों देशों के युवाओं के बीच संवाद बढ़ाने की आवश्यकता है, इस दिशा में तक्षशिला डायलॉग एक अच्छी पहल है।


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