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चार भाई सीमा पर डटे हैं देश बचाने में, लेकिन गया प्रशासन उनकी जमीन बचाने में नहीं ले रहा रुचि

देश की सुरक्षा में लगे चार सैनिकों की जमीन पर गया में कब्जा करने की लगातार कोशिश हो रही है। खेत में लगी लहलहाती फसल को जेसीबी मशीन से रौंदा गया। थाना स्तर पर कोई कार्रवाई नहीं किए जाने पर मामला एसएसपी के पास पहुंचा।

By Vyas ChandraEdited By: Published: Sun, 24 Oct 2021 09:03 AM (IST)Updated: Sun, 24 Oct 2021 09:03 AM (IST)
चार भाई सीमा पर डटे हैं देश बचाने में, लेकिन गया प्रशासन उनकी जमीन बचाने में नहीं ले रहा रुचि
सैनिकों की जमीन नहीं बचा पा रहा प्रशासन। सांकेतिक तस्‍वीर

गया, जागरण संवाददाता। देश की सुरक्षा में लगे चार सैनिकों की जमीन पर कब्जा करने की लगातार कोशिश हो रही है। खेत में लगी लहलहाती फसल को जेसीबी मशीन से रौंदा गया। थाना स्तर पर कोई कार्रवाई नहीं किए जाने पर मामला एसएसपी के पास पहुंचा। इतना हीं नहीं करीब दो एकड़ में लगी धान की फसल को भी गांव के बदमाशों ने जेसीबी मशीन लगा कर नष्ट कर दिया है। खास बात यह भी है कि उन चार में से एक बेटा गलवान घाटी में चीनी सैनिकों की गर्दन मरोड़ कर मौत की घाट उतराने वालों में से एक है, जिसे केंद्र सरकार ने सेना मेडल से सम्मानित किया है। हैरानी की बात है कि ऐसे चार सपूतों के पिता की गुहार को प्रशासन अनदेखी कर रहा है। बदमाशों के आगे बेबस और मजबूर पिता जिला प्रशासन और पुलिस अधिकारियों का अब दरवाजा खटखटाते चल रहे है, लेकिन कहीं कोई उसकी सुनवाई अब तक नहीं हुई है।

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पिता को सता रही अनहोनी की आशंका 

यह मामला गया जिले के मानपुर प्रखंड के सोंधी गांव निवासी सत्यनारायण सिंह की है। सत्यनारायण के चार बेटे आर्मी में हैं। सभी इंफेटरी सोलजर हैं। एक पुत्र पिथोरोगढ़ में ड्यूटी के दौरान चोटिल होने की वजह से दिव्यांग हो गए हैं। शेष सभी आर्मी में देश के विभिन्न कोनों में तैनात हैं। उनमें से एक सूबेदार अमरेंद्र सिंह परमार सेना मेडल से सम्मानित हैं। यह सम्मान उन्हें खाली हाथ होने के बावजूद अदम्य साहस का परिचय देते हुए चीनी सैनिकों को गलवान घाटी में गर्दन मरोड़ कर ढेर करने की वजह से दिया गया है। पीड़ित पिता का कहना है कि बीते 10 अक्टूबर को उनके गांव के कुछ लोगों ने उनके खेत में लगी धान की फसल को नष्ट कर दिया। थाने में शिकायत की पर अब तक कोई सुनवाई नहीं हुई। पीड़ित ने कहा कि बदमाशों द्वारा 1996 में परिवार के दो सदस्य की हत्या कर दी थी। इस मामले में दो लोगों को आजीवन कारावास की सजा भी हुई थी। अब वे व उनके परिवार के अन्य सदस्य फिर से परेशान कर रहे हैं। पांचवा बेटा साफ्टवेयर इंजीनियर है। वह भी बाहर ही रहता है। ऐसे में कभी भी मेरे साथ अनहोनी हो सकती है।

गया के एसएसपी आदित्‍य कुमार ने बताया कि मानपुर के सोंधी गांव के पीड़ित पिता का आवेदन मिला है। इसमें जमीन कब्जा करने की बात अंकित है। इस मामले में स्थानीय थाना को प्राथमिकी दर्ज करते हुए जांच करने का आदेश थानाध्यक्ष को दिए हैं। बदमाशों को चिह्नित करने को कहा गया है।  


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