Bihar: सेंट्रल जेल में बंद पूर्व मुखिया पर जानलेवा हमला, झारखंड के कुख्यात ने दिया घटना को अंजाम
गया के केंद्रीय कारा में बंद विचाराधीन बंदी पूर्व मुखिया मो जमाल ने कारा महानिरीक्षक को आवेदन देकर गुहार लगाई है कि उसका समुचित इलाज कराया जाए। जेल में उसकी जान पर भी खतरा है। बीते दिनों कुख्यात लल्लू खान ने पूर्व मुखिया को पीटा था।
गया, जागरण संवाददाता। गया केंद्रीय कारा (Central Jail, Gaya) में विचाराधीन बंदी अतरी थाना क्षेत्र के डिहूरी गांव निवासी पूर्व मुखिया विचाराधीन बंदी जमाल खां को पिछले दिनों कुछ कैदियों ने जमकर पीटा था। झारखंड के कुख्यात लल्लू खान ने वर्चस्व को लेकर घटना को अंजाम दिया। इसमें वह बुरी तरह जख्मी हो गया। अब उस बंदी ने डीएम और कारा महानिरीक्षक को आवेदन देकर समुचित इलाज और जेल में सुरक्षा की गुहार लगाई है। इधर, मारपीट की प्राथमिकी रामपुर थाना में कारा अधीक्षक विजय कुमार अरोड़ा ने दर्ज कराई है। हालांकि जेल अधीक्षक ने उपचार को लेकर स्वजनों के आरोप को निराधार बताया है।
झारखंड का रहने वाला है कुख्यात लल्लू खान
रामपुर थाने में दर्ज प्राथमिकी में कहा गया है कि बीते दिनों झारखंड (Jharkhand) के चतरा जिला के प्रतापपुर थाना क्षेत्र के जोलहबिगहा गांव निवासी कुख्यात बंदी लल्लू खान उर्फ मो.सदाब व अन्य बंदियों ने जमाल के साथ उसके वार्ड में मारपीट की है। सदाब रौशनगंज थाना कांड संख्या 74-18, कोठी थाना 66-18, शेरघाटी थाना कांड संख्या 47-19 में बंद है। वह अपना दबदबा एवं भय व्याप्त करने के लिए अन्य पांच बंदियों, कोतवाली थाना क्षेत्र के इकबाल नगर मोहल्ला निवासी मो.फिरोज, ताज कॉलोनी मोहल्ला निवासी इब्राहीम, हजारीबाग जिला के कटकमदाग थाना क्षेत्र के मशरातू निवासी सहबाज अली, गया के कोठी थाना क्षेत्र के छबैल गांव निवासी बंदी फैसल खान एवं हजारीबाग जिले के पगलाम थाना क्षेत्र के कल्लू चौक मोहल्ला निवासी बंदी मो.युसूफ जावेद उर्फ तन्नू के साथ मिलकर जमाल के साथ मारपीट की। घटना के दौरान कक्षपालों ने बचाव ने प्रयास किया लेकिन सभी नामजद आरोपित बंदी कक्ष में काफी उग्र हो गए थे। अधीक्षक ने प्राथमिकी में कहा है कि नामजद आरोपितों ने जमाल को जान से मारने की धमकी दी।
कुख्यात बंदियों से जान का है खतरा
जमाल के भतीजा ऐनुल हक खान ने गया डीएम व कारा आईजी को आवेदन भेजा है। आवेदन में बुरी तरह जख्मी चाचा का समुचित इलाज कराया जाए। कारा अस्पताल में उनका समुचित इलाज नहीं कराया जा रहा है। इसलिए उन्हें दूसरे सरकारी अस्पताल में इलाज कराने का आग्रह किया गया है। उन्हें गया केंद्रीय कारा में जान से मारने की धमकी वहां बंद लल्लू खां एवं अन्य कुख्यात दे रहे हैं। चाचा काफी बुजुर्ग हैं। जबकि उनके साथ मारपीट करने वाला कुख्यात है। वह बिहार, बंगाल और झारखंड राज्य में गिरोह चलाता है।
कारा अधीक्षक ने कहा-स्वजनों का आरोप निराधार
इधर केंद्रीय कारा के अधीक्षक विजय कुमार अरोड़ा ने बताया कि जेल में बंदी आपस में भिड़ गए थे। इसकी प्राथमिकी दर्ज कराई गई है। घटना की जानकारी पहले वरीय अधिकारी को दी गई है। इलाज को लेकर स्वजनों का आरोप गलत व निराधार है।