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केंद्रीय वित्‍तमंत्री से पूर्व मंत्री डॉ. प्रेम कुमार ने की मांग, केनरा बैंक की शाखा का समायोजन रोकवाइए

गया के विधायक व याचिका समिति के सभापति डॉ. प्रेम कुमार ने केंद्रीय वित्‍तमंत्री निर्मला सीतारमण को पत्र लिखकर शहर में स्थित केनरा बैंक की शाखा का दूसरे शाखा में मर्जर रोकने का अनुरोध किया है। उन्‍होंने कहा है कि इससे स्‍थानीय लोगों को परेशानी होगी।

By Vyas ChandraEdited By: Published: Sat, 03 Apr 2021 09:58 AM (IST)Updated: Sat, 03 Apr 2021 10:04 AM (IST)
केंद्रीय वित्‍तमंत्री से पूर्व मंत्री डॉ. प्रेम कुमार ने की मांग, केनरा बैंक की शाखा का समायोजन रोकवाइए
केनरा बैंक की शाखा समायोजन रोकने की मांग। जागरण आर्काइव

गया, जागरण संवाददाता। याचिका समिति के सभापति सह नगर विधायक डॉ.प्रेम कुमार ने केंद्रीय वित्तमंत्री (Minister of Finance) निर्मला सीतारमण एवं केनरा बैंक (Canara Bank) के मुख्य महाप्रबंधक एलबी प्रभाकर को पत्र लिखकर केनरा बैंक की दो शाखाओं को एक में करने से रोकने का आग्रह किया है। पत्र लिखकर पूर्व मंत्री ने कहा है कि शहरी क्षेत्र के अंतर्गत मुरारपुर दवा मंडी में केनरा बैंक (सिंडिकेट ब्रांच टू) की शाखा है। उसे उस स्थान से दो किलोमीटर दूरी पर ब्रांच एक में समायोजित किया जा रहा है। इसका समायोजन राेका जाए।

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बड़ी मंडी के पास है बैंक की शाखा

विधायक ने कहा कि उपरोक्त बैंक को समायोजित नहीं किया जाए। क्‍योंकि उस स्‍थान पर व्यवसायियों की थोक मंडी के साथ-साथ दवा मंडी एवं घनी आबादी भी है। ऐसे में यदि बैंक को वहां से हटाया जाता है तो लोगों को परेशानी होगी। बैंक का कारोबार भी प्रभावित होगा। इसलिए इसपर रोक लगाने की जरूरत है। उन्होंने उक्त आग्रह पर सहानुभूति पूर्वक विचार करने का आग्रह किया है। बताया जाता है कि स्‍थानीय व्‍यवसायियों ने पूर्व मंत्री से इस बाबत आग्रह किया था। उसके बाद उन्‍होंने संज्ञान लेते हुए केंद्रीय वित्‍तमंत्री को पत्र लिखा है।

रामस्वरूप की मौत की एसएसपी खुद करें जांच

गया के भाजपा जिलाध्यक्ष धनराज शर्मा ने मानपुर में बीते दिनों होली में रामस्वरूप प्रजापति की मौत पर गहरा दुख प्रकट किया। उन्होंने कहा कि पीडि़त परिवार में पांच छोटे-छोटे बच्चे हैं। परिवार संकट की घड़ी से गुजर रहा है। इसलिए उन्होंने जिला प्रशासन से परिवार को आर्थिक मदद करने का आग्रह किया है। साथ ही जिलाध्यक्ष ने एसएसपी से पूरे घटनाक्रम की खुद निगरानी में जांच करने का भी आग्रह किया गया है। ताकि दोषियों को सजा मिल सके। मालूम हो कि स्‍वजनों का आरोप है कि रामस्‍वरूप की मौत पुलिस की पिटाई से हुई थी। हालांकि पुलिस इससे इन्‍कार कर रही है।


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