वाउचर तैयार है, बस स्कूल का नाम लिखकर जमा कर देना है, रोहतास के स्कूलोंं में खूब चल रहा खेल
रोहतास के स्कूलों में कोरोना से बचाव की सामग्री क्रय करने का निर्देश दिया गया था। लेकिन समय पर ऐसा नहीं किया गया। अब जब इस मामले में कार्रवाई की प्रक्रिया शुरू की गई तो है धड़ल्ले से इनकी खरीदारी शुुरू की गई है।
सासाराम (रोहतास), जागरण संवाददाता। गड़बड़झाला से शिक्षा विभाग का पुराना नाता रहा है। कभी वेतन भुगतान में गड़बड़ी तो कभी स्कूलों में प्रयोगशाला उपकरण व उपस्कर खरीद में वित्तीय अनियमितता आम बात है। इस पर वित्त विभाग पहले भी आपत्ति जता चुका है। बावजूद वित्तीय अनियमितता थमने का नाम नहीं ले रही है। अब जो मामला सामने आया है वह यह है कि स्कूलों में सामग्री की खरीदारी उस वक्त की जा रही जब कोरोना महामारी को ले शिक्षण कार्य बंद है। न तो शिक्षक स्कूल जा रहे हैं न बच्चे। ऐसी स्थिति में सैनिटाइजर, ब्लीचिंग पाउडर की क्या आवश्यकता है। सबसे मजे की बात तो यह कि स्कूलों में खरीद की जाने वाली सामग्री से संबंधित पूरी तरह से प्रिंटेड वाउचर भी अब खुले बाजार में उपलब्ध है। उस पर सामग्री नाम, दर, संख्या, पूरी कीमत तक कंप्यूटराइज्ड अंकित रहता है।
पहले से प्रिंटेड वाउचर पर भरना पड़ता केवल स्कूल का नाम
प्ररधानाध्यापकों को अधिकृत दुकान से वाउचर प्राप्त कर सिर्फ उसपर स्कूल का नाम अंकित कर जमा करने की आवश्यकता पड़ रही है। कुछ इसी तरह का मामला एक बार फिर इन दिनों जिले के स्कूलों में सामने आया है। तय समय पर सामग्री क्रय नहीं करने वाले विद्यालयों पर जब कार्रवाई शुरू हुई तो स्प्रे मशीन, सैनिटाइजर, इंफ्रा थर्मामीटर समेत अन्य सामग्री से संबंधित हिसाब देने में प्रधानाध्यापकों के बीच होड़ मची हुई है। इसके लिए शिक्षा विभाग ने सासाराम में एक दुकान भी तय कर दिया है, जहां से हेडमास्टरों को सामग्री खरीद कर विपत्र जमा करने का निर्देश है।
डीईओ ने कहा-अभी खरीदने का औचित्य ही नहीं
शिवसागर प्रखंड के मध्य विद्यालय पताढ़ी में तीन मई तो इसी प्रखंड के प्राथमिक विद्यालय बडुई में एक जून को कोविड-19 से बचाव को ले सामग्री की खरीद की गई है। बडुई व पताढ़ी की तरह जिले में ऐसे विद्यालयों की लंबी फेहरिस्त है, जहां बंदी के दौरान सैनिटाइजर, व्लीचिंग पाउडर की खरीद कर ली गई है। गौरतलब है कि कोरोना संक्रमण से बचाव को ले स्कूलों को वित्तीय वर्ष 2020-21 में समग्र विद्यालय अनुदान से उपलब्ध राशि से सामग्री खरीद करने का निर्देश पूर्व में डीईओ व डीपीओ समग्र शिक्षा ने प्रधानाध्यापकों को दिया था। इस संबंध में डीईओ संजीव कुमार ने कहा कि फिलहाल स्कूल बंद है। इसलिए कोविड-19 से बचाव को सामग्री खरीद करने का कोई औचित्य नहीं है। सामग्री खरीद से संबंधित जो भी गलत विपत्र प्राप्त होगा, उसकी जांच करा संबंधित हेडमास्टरों पर उचित कार्रवाई की जाएगी।