रोहतास स्टेशन पर 19 महीने में भी नहीं बनी फुट ओवरब्रिज, जानिए कितनी थी लागत और कब होना था निर्माण
रोहतास स्टेशन पर 2019 में पांच करोड़ की लागत से फुट ओवर ब्रिज का निर्माण शुरू कराया गया। इसे उसी वर्ष दिसंबर में पूर्ण कर लेना था। लेकिन 19 महीने बाद भी काम पूरा नहीं हुआ है। अब अप्रैल-मई की उम्मीद है।
जेएनएन, रोहतास। रेलवे स्टेशन पर बनी 119 वर्ष पुरानी फुट ओवरब्रिज को तोड़कर नए ओवरब्रिज का निर्माण शुरू किया गया तो लोगों में काफी खुशी थी। लेकिन इसकी रफ्तार इतनी धीमी है कि यह एक वर्ष में भी तैयार नहीं हो सका है। कार्य अब तक अधूरा है। इस कारण यात्रियों को काफी असुविधा का सामना करना पड़ रहा है।
बताते चले कि अभी स्टेशन पर एक प्लेटफॉर्म से दूसरे पर जाने के लिए पश्चिम की ओर एक फुट ओवरब्रिज है। इससे पूरब की ओर आने में यात्रियों को काफी लंबी दूरी तक चलना पड़ता है। भारी सामान उठाकर उन्हें 200 मीटर की दूरी तय करनी पड़ती है। पुराना फुट ओवर ब्रिज स्टेशन से निकलने के सामने वाले रास्ते के निकट होने के कारण सुविधा थी। वर्तमान में कई यात्री एक से दूसरे प्लेटफार्म पर जाने के लिए हड़बड़ी में कई बार रेलवे लाइन पार करने लगते हैं। इस कारण हादसे की आशंका बनी रहती है।
पांच करोड रुपये की लागत से फुट ओवरब्रिज का कार्य कराया जा रहा निर्माण
फुट ओवर ब्रिज का निर्माण कार्य अप्रैल 2019 में शुरू हुआ। इसे दिसंबर 2019 तक समाप्त कर दिया जाना था। किंतु 2019 के दिसंबर की कौन कहे, 2020 के दिसंबर तक भी इसका निर्माण पूरा नहीं हुआ है।
स्टेशन पहुंचे बस्ती पुर निवासी दयानंद सिंह का कहना है कि नए के नाम पर पुरानी फुट ओवर ब्रिज तोड़ दी गई। लेकिन इतने दिनों में भी फुटओवर ब्रिज का निर्माण नहीं कराने से काफी समस्या हाेती है। डेहरी निवासी महेंद्र कुमार का कहना है कि पुराना फुट ओवर ब्रिज मुख्य सड़क के सामने होने के कारण लोग अगर थोड़ा विलम्ब से भी आते तो गाड़ी छूटने की संभावना कम रहती थी। वर्तमान में इसे बंद कर देने से लोगों को काफी परेशानी में डाल दिया गया है।
गौरतलब है कि नए ओवरब्रिज पर दिव्यांगों के लिए एवं सामग्री, बाइक ले जाने के लिए रैंप का होगा निर्माण, पुल का निर्माण कार्य पूर्ण हो जाने के बाद द्वितीय प्राथमिकता के रूप में लिफ्ट एवं इलेक्ट्रिक सीढ़ी निर्माण की भी योजना है।
इस संदर्भ में वरीय अनुभाग अभियंता (कार्य) ब्रजकिशोर यादव कहते है कि निर्माण के लिए एक वर्ष की अवधि समाप्त हो गई है। किंतु इसका समय अवधि में विस्तार किया गया है । कोविड-19 के कारण उक्त मद में राशि की अनुपलब्धता को ध्यान में रखते हुए कार्य बंद है। अंतिम मार्च महीने में फंड की उपलब्धता होने पर कार्य पूर्ण हो जाएगा।