यातायात नियमों का पालन करें तो हादसे में आ जाएगी कमी, हेलमेट और सीट बेल्ट जरूर लगाएं
सड़क सुरक्षा माह को लेकर परिवहन विभाग की ओर से गया के एक स्कूल में जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस दौरान अपील की गई कि बिना लाइसेंस गाड़ी नहीं चलाएं। हेलमेट और सीट बेल्ट का इस्तेमाल करें।
संवाद सहयोगी, टिकारी (गया)। 32 वां सड़क सुरक्षा माह (Road Safety Month) के तहत परिवहन विभाग (Department of Transport) की अोर से टिकारी के ज्ञान भारती सीनियर सेकेंड्री स्कूल रानीगंज के सभागार में शनिवार को जागरूकता सह प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इसका उद्घाटन क्षेत्रीय विधायक डॉ अनिल कुमार ने किया। इस अवसर पर इंस्टिट्यूट ऑफ ड्राइविंग एंड ट्रैफिक रिसर्च (Institute of Driving and Traffic Research) की ओर से शहर अंतर्गत संचालित विभिन्न स्कूलों के बस चालकों को ड्राइविंग का प्रशिक्षण भी दिया गया। इस अवसर पर आयोजित स्वास्थ्य जांच में सभी प्रशिक्षणार्थी चालकों का स्वास्थ्य, आंख एवं कान की जांच की गई।
टिकारी में खुलेगा चालक प्रशिक्षण केंद्र
अपने उद्घाटन भाषण में विधायक ने कहा कि बिना लाइसेंस वाले चालक ट्रैक्टर से रात में बालू चोरी करते हैं। नाबालिग ऑटो चालक यात्रियों को लेकर मौत का फर्राटा भर रहे हैं। ऐसे नाबालिग और बिना लाइसेंस वाले ड्राइवरों पर तुरंत लगाम लगाना चाहिए। डॉ कुमार ने कहा कि दुर्घटना, बढ़ती घटना और मौत की मातमपुर्सी करने में रूह कांप जाता है। उन्होंने कहा कि ऐसा प्रशिक्षण और बड़े पैमाने पर करने की आवश्यकता है। डॉ कुमार ने शीघ्र टिकारी में ड्राइविंग प्रशिक्षण केंद्र खोलने की घोषणा करते हुए कहा कि इसके लिए जरूरी एक एकड़ जमीन की तलाश की जा रही है।
यातायात नियमों का पालन करें तो कम हो जाएंगे हादसे
डीटीओ जनार्दन शर्मा ने कहा कि प्रति वर्ष लगभग डेढ़ लाख लोग सड़क दुर्घटना में मौत का शिकार हो रहे है। यह मीठा जहर है। उन्होंने कहा कि दुनिया में कोई ऐसी बीमारी नही है जिससे इतनी अधिक मौत होती है। ड्राइविंग प्रशिक्षण के बारे में बताते हुए कहा कि चालकों को वाहन परिचालन के बारीकियों और नियमों को समझना जरूरी है। अगर नियम का पालन किया जाय तो दुर्घटनाओं की संख्या काफी कम हो सकती है। उन्होंने कहा सड़क सुरक्षा माह के तहत निश्शुल्क कैम्प लगाकर चालकों का मुफ्त स्वास्थ्य जांच की जा रही है। आंख की जांच के बाद जरूरी पड़ने पर चालकों को सरकार की ओर से मुफ्त चश्मा दिया जाएगा। उन्होंने बच्चों से बिना प्रशिक्षण और ड्राइविंग लाइसेंस के वाहन नहीं चलाने की अपील की। साथ ही बाइक वालों से हेलमेट और बड़े वाहन के चालकों को सीटबेल्ट लगाने की अपील की। कहा कि इससे 50 प्रतिशत मौते कम सकती है।
गया जिले में खुलेंगे तीन ड्राइविंग स्कूल
जिले में तीन ट्रेंनिग स्कूल खुलने वाला है। गत वर्ष की अपेक्षा इस वर्ष जिले में 23 प्रतिशत दुर्घनाएं कम हुई है। जिले में अब प्रतिमाह लगभग 75 लाख जुर्माना की वसूली हो रही है। लेकिन विभाग का उद्देश्य जुर्माना वसूलना नही है। वल्कि सभी वाहन चालकों को सड़क सुरक्षा नियमों का अनुपालन कराना और सड़क दुर्घटनाओं पर ब्रेक लगाना है। और यह तभी संभव है जब चालक के साथ आम नागरिक और अभिभावक जागरूक बनेंगे।इससे पहले ज्ञान भारती स्कूल के निदेशक अरविंद कुमार ने आगत अतिथियों का स्वागत बुके और अंगवस्त्र देकर सम्मानित किया और विद्यालय परिसर ड्राइविंग प्रशिक्षण सह जागरूकता कार्यक्रम करने के लिए डीटीओ के प्रति आभार प्रकट किया। आयोजित कार्यक्रम को एमभीआई ऑफिसर के के त्रिपाठी, बीडीओ वेद प्रकाश आदि संबोधित किया। उद्घाटन कार्यक्रम का संचालन प्राचार्य राजीव कुमार ने किया।