Move to Jagran APP

Gaya: एक पखवाड़े में पांच मौत लेकिन किसी ने नहीं कराई जांच, गांव में लगा कैंप तो 10 मिले संक्रमित

कोरोनावायरस की बढ़ती संख्‍या की वजह से हर ओर भय का माहौल है। बावजूद लोग सावधान नहीं हो रहे। नतीजा भयानक हो रहा है। फतेहपुर में एक पखवाड़े मे पांच लोगों की मौत हो गई। इसके बाद जब गांव में कैंप लगा तो दस संक्रमित मिले।

By Vyas ChandraEdited By: Published: Sat, 01 May 2021 12:59 PM (IST)Updated: Sat, 01 May 2021 12:59 PM (IST)
Gaya: एक पखवाड़े में पांच मौत लेकिन किसी ने नहीं कराई जांच, गांव में लगा कैंप तो 10 मिले संक्रमित
गांव में लगे शिविर में जांच कराने पहुंचे लोग। जागरण

फतेहपुर (गया), संवाद सूत्र। इसे लापरवाही की इंतहा नहीं तो और क्‍या कहेंगे। जिले के फतेहपुर प्रखंड अंतर्गत कमरा दौनैया में पिछले 15 दिनों में 5 लोगों की मौत संदिग्‍ध  परिस्थितियों में हो गई। मौत के बाद वहां के ग्रामीणों की चिंता बढ़ी। तब स्वास्थ्य विभाग की ओर से गांव में ही विशेष स्वास्थ्य जांच कैंप लगाया गया। जब जांच की गई तो 70 में से 10 लोगों की रिपोर्ट  पॉजिटिव आई। पॉजिटिव में कई मृतक के स्वजन हैं। मृतकों में सर्दी-खांसी, जुकाम एवं बदन दर्द की शिकायत थी। उसके बावजूद भी किसी ने भी कोरोना संक्रमण की जांच नहीं कराई। लोग ग्रामीण चिकित्सक एवं निजी क्लीनिक के चक्कर में पड़े रहे। जिसके बाद कुछ ही दिनों में इलाज के दौरान ही पांचों की मौत हो गई। वही एक घर में 24 घंटे के अंदर दो लोगों की मौत हो गई थी। 

loksabha election banner

मौत की सूचना पर स्‍वास्‍थ्‍य जांच टीम के साथ पहुंचे सीओ 

इधर पांच की मौत की जानकारी मिलते ही प्रशासन के कान खड़े हुए। सीओ विजय कुमार के निर्देश पर फतेहपुर स्वास्थ्य विभाग की टीम ने गुरुवार को गांव में कैंप लगाया। सीओ एवं चिकित्सा प्रभारी डॉ अशोक कुमार गांव जाकर लोगों से जांच कराने का अनुरोध किया। जांच में एक ही गांव में 10 लोगों की रिपोर्ट पॉजिटिव आने के बाद 

प्रशासन भी सकते में आ गया। सभी लोगों को होम क्‍वारंटाइन में रहने की सलाह दी गई। दवा की किट का भी वितरण किया गया।  सीओ ने बताया कि जिन लोगों की मौत हुई थी अगर समय रहते वह जांच करा लेते तो सही दवा से ठीक हो जाते। उनकी जान भी बचाई जा सकती थी।

कोरोना से मौत पर चार लाख मिलता है मुआवजा 

सीओ ने  बताया कि राज्य सरकार की ओर से कोरोना संक्रमित व्यक्ति की मौत के बाद आपदा विभाग के तरफ से चार लाख का मुआवजा दिया जाता है। लेकिन संक्रमण की जांच रिपोर्ट होनी चाहिए। वहीं सीएचसी प्रभारी डॉ अशोक कुमार ने बताया कि किसी भी व्यक्ति को अगर सर्दी, खांसी, बुखार, बदन दर्द एवं लूज मोशन की शिकायत हो तो समय रहते वह अपनी स्वास्थ्य जांच फतेहपुर के सरकारी अस्पताल सहित विशेष कैंप में जरूर कराएं। इससे लोगों का समय रहते इलाज हो सकेगा। उन्होंने सभी ग्रामीणों से अपील करते हुए कहा कि जांच कराने में कोताही नहीं बरतें कोताही बरतने के कारण संक्रमण का खतरा काफी तेजी से बढ़ेगा जिससे आने वाले दिनों में स्थिति और भयावह हो सकती है।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.