BPSC 2020: औरंगाबाद में परीक्षा के दौरान हंगामा करने वाले अभ्यर्थियों पर प्राथमिकी, दस नामजद
बीपीएससी परीक्षा के दौरान 27 दिसंबर को अौरंगाबाद के एक केंद्र पर हंगामा के मामले में दस परीक्षार्थियों पर नामजद प्राथमिकी दर्ज की गई है। करीब चार दर्जन अज्ञात को भी आरोपित किया गया है। आरोपितों में महिला अभ्यर्थी भी शामिल हैं।
जागरण संवाददाता, औरंगाबाद। मुफस्सिल थाना क्षेत्र के पटना मुख्य पथ रामपुर टोला धनहारा गांव के पास स्थित बीएल इंडो पब्लिक स्कूल केंद्र पर 27 दिसंबर 2020 को 66वीं बीपीएससी (Bihar Public Service Commission) की परीक्षा के दौरान परीक्षार्थियों के हंगामा करने के मामले में पुलिस ने बुधवार को प्राथमिकी दर्ज की है। इनमें दस नामजद और 40-50 अज्ञात को आरोपित किया गया है। इन पर परीक्षा का बहिष्कार कर हंगामा करने और दूसरे अभ्यर्थियों को भी परीक्षा से रोकने का आरोप है।
इन्हें बनाया गया है आरोपित
केंद्राधीक्षक रघुवंश नारायण सिंह के बयान पर दर्ज हुई प्राथमिकी में पिंकी कुमारी, तहसीन, मनीष कुमार यादव, दीपक कुमार तिवारी, प्रिंस कुमार, विजय कुमार, आदित्य कुमार, पंकज कुमार, सौरभ कुमार एवं पूजा कुमारी को नामजद किया गया है। इनके अलावा 40-50 अज्ञात को भी आरोपित किया गया है। ये अभियुक्त नालंदा, मुजफ्फरपुर, छपरा समेत अन्य जिलों हैं।
डीएम ने एडीएम से कराई मामले की जांच, गलत निकले आरोप
बताया जाता है कि परीक्षा के दौरान परीक्षार्थियों ने सील टूटा प्रश्नपत्र देने, उसे वायरल करने और विलंब से देने का आरोप लगाते हुए परीक्षा का बहिष्कार कर दिया था। इस दौरान केंद्र के बाहर हंगामा किया था। हंगामा की सूचना पर डीएम सौरभ जोरवाल समेत अन्य अधिकारी पहुंचे थे लेकिन हंगामा करने वाले परीक्षार्थी शांत नहीं हुए और परीक्षा में शामिल नहीं हुए थे। इस घटना के बाद डीएम ने एडीएम की अध्यक्षता में टीम गठित कर जांच कराई थी। जांच में परीक्षार्थियों का आरोप गलत पाया गया था। डीएम ने जांच रिपोर्ट बीपीएससी को भेजी थी। इस मामले की बीपीएससी से भी जांच कराई गई थी। इस परीक्षा केंद्र के परीक्षार्थियों के लिए दोबारा परीक्षा लेने का आदेश दो दिन पहले जारी किया गया है। पुलिस के अनुसार परीक्षा के दौरान नामजद बने परीक्षार्थियों की गिरफ्तारी की जा सकती है। इसके पहले पुलिस गिरफ्तारी को लेकर सभी कागजी कार्रवाई पूरी कर रही है।