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Festive Mood: गुरुनानक पातशाही जी का 551 वां पावन प्रकाश उत्सव पर गुरुद्वारों में कार्यक्रम

गुरुनानक पातशाहीजी का 551 वां पावन प्रकाश उत्सव पर कई गुरुद्वारों में कार्यक्रम का आयोजन किया गया है। स्थानीय स्तर पर उसी कड़ी में ऐतिहासिक गुरुद्वारा चाचा फगुमल साहिब जी में तीन दिवसीय समारोह आयोजित किया गया है।

By Prashant KumarEdited By: Published: Mon, 30 Nov 2020 12:45 PM (IST)Updated: Mon, 30 Nov 2020 12:45 PM (IST)
Festive Mood: गुरुनानक पातशाही जी का 551 वां पावन प्रकाश उत्सव पर गुरुद्वारों में कार्यक्रम
गुरुद्वारे में गुरुवाणी कीर्तन का आनंद लेतीं महिलाएं। जागरण।

सासाराम, जेएनएन। सोमवार को गुरुनानक पातशाहीजी का 551 वां पावन प्रकाश उत्सव पर कई गुरुद्वारों में कार्यक्रम का आयोजन किया गया है। स्थानीय स्तर पर उसी कड़ी में ऐतिहासिक गुरुद्वारा चाचा फगुमल साहिब जी में तीन दिवसीय समारोह आयोजित किया गया है। मुख्य दीवान में सुबह 4 बजे से शहंशाह दरवेश साहिब श्री गुरु ग्रंथ साहिब जी के आगमन के साथ गुरबाणी की पाठ शुरू हुई।

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भाई हरभजन सिंह ने सुनाई गुरुवाणी

वहीं तख्त हरमंदिर जी पटना साहिब से आए हुए हजूरी रागी जत्था भाई साहब भाई हरभजन सिंह जी ने मनमोहन गुरूवाणी का कीर्तन कर सबको मंत्रमुग्ध कर दिया। गुरवाणी कीर्तन के साथ-साथ  गुरु नानक पातिशाही जी के जीवन दर्शन से संगत अवगत हुए । बताया कि  गुरु जी  ने विश्व के अनंत किलोमीटर की पैदल यात्रा की जिनके बारे में आज सोच कर आश्चर्य होता है।  गुरु जी की धर्म प्रचार यात्राओं में ऐसी कोई चीज बाधक नहीं बनी। गुरुजी जब तिब्बत का भ्रमण किया तो उनके व्यक्तित्व से प्रभावित होकर तिब्बतियों ने गुरु जी को नानक लामा कह कर संबोधित किया। वहीं जब गुरुजी अरब देश पहुंचे तो वहां उन्हें हजरत बाबा नानक कह कर संबोधित किया।   उनकी युक्ति तथा तर्कसंगत विचारधारा से लोग बहुत प्रभावित हुए, उनके सिद्धांत जात-पात रंगभेद, लिंगभेद, ऊंच-नीच, देशकाल व अमीर गरीब इत्यादि मतभेदों से ऊपर थे।

मानव अधिकारों की रक्षा के लिए त्‍यागा घरेलू सुख

मानव अधिकारों की रक्षा के लिए संघर्ष करने के लिए उन्होंने घरेलू सुखों का त्याग भी किया।  कार्यक्रमों के क्रम में गुरु का अटूट लंगर निरंतर चलता रहा। गुरुद्वारा चाचा घूमर साहिब के हजूरी रागी जत्था भाई साहब भाई विकास सिंह, भाई साहब भाई गुरप्रीत सिंह व भाई पंकज सिंह जी ने गुरवाणी का गायन किया। वहीं बहनों की जत्था में  खुशबू कौर ने भी अपने जत्थे के साथ हाजिरी भरी।  कर्मकांड से रहित जीवन जीने का आह्वान किया।

कार्यक्रम में ये रहे उपस्थित

आज के मुख्य दीवान में स्थानीय विधायक राजेश गुप्ता के साथ साथ प्रशासनिक अफसरों का भी आना जाना लगा रहा। उप विकास आयुक्त सुरेंद्र प्रसाद, अनुमंडल पदाधिकारी मनोज कुमार, निर्वाचन पदाधिकारी सत्यपिरय के साथ अनेकों गणमान्य लोग भी उपस्थित रहे। कार्यक्रम में जत्थेदार सर्वजीत सिंह खालसा, प्रधान राजेंद्र सिंह, सुमेर सिंह, चरणजीत सिंह, हरमीत सिंह, मोहित सिंह, कमलजीत सिंह, सुचित सिंह, जामवंत सिंह, उदय सिंह, अजीत सिंह, गुरदीप सिंह, कुलदीप सिंह,  सलुजा दिलिप सिंह व छाबड़ा जयदीप सिंह उपस्थित थे ।


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