खेतों में लहलहाने लगी धान की फसल
संवाद सहयोगी शेरघाटी लगातार हो रही बारिश से किसानों के चेहरे पर खुशी लौट आई है। ि
संवाद सहयोगी, शेरघाटी: लगातार हो रही बारिश से किसानों के चेहरे पर खुशी लौट आई है। किसान सलाहकार सुनिल सिंह ने बताया कि धान की फसल के लिए यह बारिश अमृत समान है। जहा धान की रोपणी नहीं हुई थी। वहा वैकल्पिक खेती के तौर पर लगा कुर्थी, मकई और अरहर को क्षति हुई है। इन तीन फसलों को भारी नुकसान पहुंचा है। उन्होंने कहा कि वर्षा रूकने के साथ ही जो किसान धान में टॉप ड्रेसिंग नहीं किए हैं। वे 250 ग्राम यूरिया के साथ पोटाश मिलाकर छिड़काव करें। ताकि धान की बाली पुष्ट हो।
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अन्न व जल दोनों मिल गया संवाद सूत्र, इमामगंज: बारिश से इमामगंज प्रखंड के किसानों में अपार खुशी है। किसान अपने धान की फसल देखकर झूम रहे हैं। पथरा गाव के किसान बृज मोहन प्रसाद, कपिल प्रसाद, रामखेलावन प्रसाद, कृष्णदेव प्रसाद ने बताया बारिश होने से जल और अन्न दोनों लोगों को मिल गया। इससे बड़ी खुशी और क्या हो सकती है। प्रखंड कृषि पदाधिकारी ने बताया बारिश देर से होने के कारण धान की रोपणी कम हुई है। अंतिम समय में इस बारिश से किसानों को धान की फसल उम्मीद से अच्छी होगी। वैकल्पिकफसलों को नुकसान हुआ है।
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खेतों की लौटी हरियाली संवाद सूत्र, टनकुप्पा: एक खेत से दूसरे खेत में बह रहे पानी का ठीक करते हुए किसान देखे गए। खेत अभी पुरा पानी से भरा पड़ा हुआ है। नदी, नाला में पानी उफान पर है। खेतों में पानी का बहाव कम होने के बाद किसान खाद आदि का छिड़काव करेंगे। मुरझा रहे धान के फसलों पर हरियाली लौट आई है। किसान रामसेवक प्रसाद ने बताया कि धान का खेत मदमस्त हो उठा है। धान का फसल बच गया, पर वैकल्पिक फसलों को नुकसान पहुंचा है।