Rohtas News: परंपरागत के साथ वैकल्पिक खेती भी ध्यान दें किसान, सरकार की ओर से दी जाती है सहायता
लघु उद्योग तथा समेकित कृषि प्रणाली विकास को लेकर रोहतास के सूर्यपुरा में जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इसमें किसानों को परंपरागत की जगह अन्य कई तरह के फसल करने की सलाह दी गई। फायदे से अवगत कराया गया।
संवाद सूत्र, सूर्यपुरा (रोहतास)।लघु उद्योग तथा समेकित कृषि प्रणाली (Small industries and Composite agriculture system) विकास को लेकर सूर्यपुरा बड़ा तालाब के पास नाबार्ड की ओर से लोगों को जागरूक किया गया। नाबार्ड के जिला विकास प्रबंधक (DDM) सुनील कुमार की अध्यक्षता में हुई इस बैठक में जीविका दीदी, किसानों के अलावा क्षेत्र के सभी बैंकर्स ने भाग लिया। ई सूर्यपुरा उत्पादक कंपनी लिमिटेड के तत्वाधान में हुई जागरूकता बैठक में जिला विकास प्रबंधक ने घरेलू उद्योगों को विकसित कर उससे आर्थिक स्थिति सुदृढ़ करने के संबंध में जानकारी दी । बताया गया कि परंपरागत के अलावा वैकल्पिक खेती पर भी किसानों को ध्यान देना चाहिए। इसको लेकर सरकारी फायदे से अवगत कराया गया।
मड़ुआ, बाजरा की खेती पर भी दें ध्यान
किसानों को धान व गेंहू के उत्पादों के अलावा मड़ुआ, बाजरा, मछली पालन, बकरी पालन आदि पर जोर देते दिया। कहा कि इसके लिए किसानों को बैंक से सूक्ष्म ऋण देने का भी प्रावधान है। इससे छोटे से छोटे किसान समेकित कृषि प्रणाली का लाभ ले सकते हैं। इसके अलावा स्वच्छता से विकास की ओर बढ़ने पर बल देते हुए कहा कि समाज को नई दिशा दशा प्रदान करने के लिये स्वच्छता व साक्षरता भी अनिवार्य है।
बैठक में मौजूद वैंकर्स ने कृषकों को ऋण से संबंधित जानकारी दी। कार्यक्रम का संचालन रजनीकांत तिवारी ने किया तथा धन्यवाद ज्ञापन किसान नेता विजय सिंह ने किया। इस मौके पर दक्षिण बिहार ग्रामीण बैंक के शाखा प्रबंधक, पीएनबी प्रबंधक, सिंडिकेट बैंक प्रबंधक, जीविका की पुष्पा रानी, मालती देवी, उषा देवी, पूनम कुमारी, नंदनी कुमारी, गोपाल कुमार, रामा शंकर, अरुण कुमार, राजेश्वर सिंह आदि कई मौजूद थे।