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सर्द मौसम में भी खुले आसमान के नीचे बैठते हैं परिवहन विभाग के कर्मी, आखिर क्‍या है मजबूरी

जिला परिवहन कार्यालय के कर्मी जगह के अभाव में खुले आसमान के नीचे काम करने को मजबूर हैं। इसमें उन्‍हें काफी परेशानी उठानी पड़ रही है। दरअसल इस समस्‍या का मुख्‍य कारण कार्यालय में जगह का अभाव है।

By Vyas ChandraEdited By: Published: Sat, 12 Dec 2020 09:38 AM (IST)Updated: Sat, 12 Dec 2020 09:38 AM (IST)
सर्द मौसम में भी खुले आसमान के नीचे बैठते हैं परिवहन विभाग के कर्मी, आखिर क्‍या है मजबूरी
खुले में काम करते परिवहन विभाग के कर्मी। जागरण

जेएनएन, नवादा। इस सर्द मौसम में भी जिला परिवहन कार्यालय (District Transport Office) के कर्मी खुले आसमान के नीचे काम करने को मजबूर हैं। उन्हें खुले में बैठ कर फाइलों का निष्पादन करना पड़ रहा है। इसमें उन्‍हें काफी परेशानी उठानी पड़ रही है। दरअसल इस समस्‍या का कारण कार्यालय में जगह का अभाव है। दो कमरे के इस भवन में जिला परिवहन पदाधिकारी का चैंबर भी छोटा है। हालत यह है कि अगर एक साथ तीन-चार लोग पहुंच जाएं तो उन्हें बैठाना मुश्किल हो जाता है। अन्य कमरे में विभागीय फ़ाइल रखे होते हैं। अब इस स्थिति में कर्मी खुले आसमान के नीचे बैठ कामकाज निबटाते हैं। नया भवन तैयार है लेकिन वह विवादों में फंसा हुआ है।

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जगह के अभाव में विभागीय बैठक करना भी मुश्किल

जिला परिवहन विभाग की बैठक में भी अधिकारियों व कर्मचारियों को दिक्कत होती है। कहीं पर भी एक साथ बैठने की जगह नहीं होती। जैसे-तैसे बैठक की कार्रवाही की जाती है। कर्मियों ने बताया कि कार्यालय में ड्राइविंग लाइसेंस समेत अन्य कार्यों के लिए लोगों की काफी भीड़ रहती है। जगह की कमी के कारण कार्य निष्पादन में दिक्कत आती है। कई बार फाइलें  इधर से उधर होने का भय बना रहता है।

भवन बनकर तैयार, पर हाइकोर्ट ने लगा दिया है स्टे

बुधौल गांव में जिला परिवहन विभाग का दफ्तर भवन बनकर तैयार है। लेकिन वहां कार्यालय को शिफ्ट नहीं किया जा सका है। दरअसल, जिस भूमि पर भवन बनाया गया है, वह विवादित है। मामला हाइकोर्ट में चल रहा है। सुनवाई के क्रम में हाइकोर्ट ने उसपर स्टे लगा दिया गया है। अब जबतक मामला सुलझ नहीं जाता, तबतक कार्यालय को नए भवन में शिफ्ट नहीं किया जा सकता है। इस कारण कर्मियों को इस परेशानी से जूझना ही होगा। अब देखना है कि कब तक इस तरह की परिस्थिति में कर्मियों को रहना पड़ता है।


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