Gaya News: तालाब की जमीन का ह़ोने लगा अतिक्रमण तो प्रशासन ने रोकवाया काम, ग्रामीणों ने की थी शिकायत
गया के खिजरसराय प्रखंड क्षेत्र में एक सार्वजनिक तालाब की जमीन पर कब्जा की शिकायत के आलोक में प्रशासन ने नाले का निर्माण रोकवा दिया है। अब इस तालाब की मापी के बाद ही कोई भी निर्माण कार्य हो सकेगा।
संवाद सूत्र, खिजरसराय (गया)। खिजरसराय प्रखंड इलाके के रौनिया में पौराणिक तालाब की जमीन का अतिक्रमण किए जाने की शिकायत पर प्रशासन ने नाले के निर्माण का काम रोकवा दिया। ग्रामीणों ने खिजरसराय के बीडीओ से इसकी शिकायत की थी।
तालाब की जमीन पर किया जा रहा अवैध कब्जा
स्थानीय लोगों ने बताया कि गांव के बीच में 26 डिसमिल में एक पुराना तालाब है। दबंगों ने उस तालाब की जमीन पर मिट्टी भरकर और पेड़-पौधे लगा कर अतिक्रमण कर लिया है। इन दिनों सरकारी स्तर से नाले का निर्माण चल रहा था। यह देख कर पौराणिक तालाबों की रक्षा का बीड़ा उठाने वाले ग्रामीण विजय सिंह ने महकार पुलिस और खिजरसराय अंचलाधिकारी के पास इसकी शिकायत की। इसके बाद पुलिस व अंचल अधिकारी ने घटनास्थल पर पहुंच कर चल रहे कार्य को रुकवाया। कहा कि मापी के बाद ही आगे का काम होगा।
प्रशासन ने नहीं उठाया कदम तो करेंगे आंदोलन
जल संरक्षण के लिए लंबे अरसे से कार्य कर रहे लोक स्वराज के अध्यक्ष सह पंचायत के पूर्व मुखिया चंद्रभूषण सिंह ने बताया कि सरकार एक ओर जल संरक्षण के लिए तालाब और पानी संचय स्थल का निर्माण करवा रही है और वही खिजरसराय प्रखंड में दबंगों ने तालाब के अस्तित्व पर ही संकट खड़ा कर दिया है। इस कारण भविष्य में लोगों को जल समस्या से जूझना पड़ेगा। उन्होंने बताया कि बीच गांव में तालाब रहने के कारण यह गांव के लोगों के लिए काफी उपयोगी है। ऐसे में यदि तालाब का अस्तित्व ही मिटा दिया गया तो फिर क्या होगा। उन्होंने कहा कि अगर अधिकारियों ने प्रभावी कदम नहीं उठाया तो इसके लिए बड़े पैमाने पर आंदोलन की शुरुआत करेंगे। वहीं अंचलाधिकारी विनोद चौधरी ने बताया कि तालाब के अतिक्रमण करने की सूचना पर चल रहे कार्य को रुकवा दिया है,इसके साथ ही नापी करा कर आगे की कार्रवाई की जाएगी।