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एनपीजीसी की दूसरी यूनिट से फरवरी में बिजली का उत्पादन शुरू, छह माह बाद तीसरी यूनिट से उत्पादन

नवीनगर में बन रही एनटीपीसी की पूर्ण स्वामित्व वाली नवीनगर पावर जेनरेङ्क्षटग कंपनी लिमिटेड (एनपीजीसीएल) बिजली परियोजना की दूसरी यूनिट से 660 मेगावाट फरवरी माह में कामर्शियल बिजली उत्पादन शुरू होगा। 15 प्रतिशत बिजली यूपी सिक्किम समेत कुछ अन्य राज्यों को जानी है।

By Prashant KumarEdited By: Published: Thu, 07 Jan 2021 06:04 PM (IST)Updated: Thu, 07 Jan 2021 06:04 PM (IST)
एनपीजीसी की दूसरी यूनिट से फरवरी में बिजली का उत्पादन शुरू, छह माह बाद तीसरी यूनिट से उत्पादन
दूसरी यूनिट से बिजली उत्पादन की तैयारियां पूरी। प्रतीकात्‍मक चित्र।

जागरण संवाददाता, औरंगाबाद। नवीनगर में बन रही एनटीपीसी की पूर्ण स्वामित्व वाली नवीनगर पावर जेनरेङ्क्षटग कंपनी लिमिटेड (एनपीजीसीएल) बिजली परियोजना की दूसरी यूनिट से 660 मेगावाट फरवरी माह में कामर्शियल बिजली उत्पादन शुरू होगा।

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परियोजना प्रबंधन के द्वारा दूसरी यूनिट से बिजली उत्पादन की लगभग सभी तैयारी कर ली गई है। दूसरी यूनिट से बिजली उत्पादन होने के छह माह के अंतराल पर तीसरी यूनिट से बिजली उत्पादन का लक्ष्य रखा गया है। कोविड-19 के कारण परियोजना की दूसरी यूनिट से बिजली उत्पादन का कार्य काफी प्रभावित हुआ। कोरोना के कारण दूसरी यूनिट से बिजली उत्पादन में करीब एक वर्ष का विलंब हुआ। अब जब कोरोना का लॉकडाउन समाप्त हुआ तब परियोजना का कार्य रफ्तार पकड़ी और परियोजना प्रबंधन के द्वारा फरवरी माह में दूसरी यूनिट से बिजली उत्पादन का लक्ष्य रखते हुए इस दिशा में तेजी से कार्य किया जा रहा है।

कामर्शियल उत्पादन शुरु होने के पहले दूसरी यूनिट से बिजली उत्पादन का ट्रायल किया जाएगा। 72 घंटे लगातार फूल लोड पर दूसरी यूनिट को चलाया जाएगा। ए सभी तैयारी परियोजना प्रबंधन के द्वारा की जा रही है। करीब 2970 एकड़ में लग रही बिजली परियोजना के पहले फेज की तीनों यूनिट से 1980 मेगावाट बिजली उत्पादन शुरु होने के बाद इस परियोजना को दूसरे फेज में 800 की तीन यूनिट से 2400 मेगावाट बिजली उत्पादन की कार्ययोजना बनाई गई है। यह बिजली परियोजना देश की बड़ी बिजली परियोजना में भी शामिल हुआ है। वर्ष 2010 में इस बिजली परियोजना का कार्य शुभारंभ हुआ था पर जमीन अधिग्रहण की समस्या से परियोजना के पूरे होने में अबतक विलंब हुआ है। हालांकि अब परियोजना की लगभग सभी जमीन अधिग्रहण हो गया है। जब परियोजना की नींव रखी गई थी तब यह बिहार सरकार एवं एनटीपीसी की संयुक्त उपक्रम की बिजली परियोजना थी पर बाद में एनटीपीसी की पूर्ण स्वामित्व वाली परियोजना बन गई। इस परियोजना से उत्पादित होने वाली बिजली का 85 प्रतिशत बिहार सरकार को मिलेगी। 15 प्रतिशत बिजली यूपी, सिक्किम समेत कुछ अन्य राज्यों को जानी है।

कहते हैं परियोजना के सीइओ

परियोजना के मुख्य कार्यकारी अधिकारी विजय ङ्क्षसह ने बताया की परियोजना की दूसरी यूनिट से 660 मेगावाट बिजली का कामर्शियल उत्पादन फरवरी माह से शुरू हो जाएगा। इसकी लगभग सभी तैयारी पूरी की जा रही है। दूसरी यूनिट से उत्पादन के छह माह के अंतराल पर तीसरी यूनिट से 660 मेगावाट उत्पादन का लक्ष्य रखा गया है।


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