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जीवनबिगहा गांव में भी गहराया पेयजल संकट

गर्मी के दस्तक देते ही प्रखंड क्षेत्र में पेयजल संकट गहराने लगा है। एक तिहाई सरकारी चापाकल मरम्मत के अभाव में खराब पड़ेहैं। अब स्थिति यह हो गई है कि ग्रामीण पानी की तलाश में इधर-उधर भटकने लगे हैं। जीवनबिगहा गांव में पानी की समस्या गंभीर बनी हुई है। कुछ घरों में सबमर्सिबल लगे हैं जिससे लोग पानी भरकर काम कर रहे हैं।

By JagranEdited By: Published: Tue, 23 Apr 2019 02:26 AM (IST)Updated: Tue, 23 Apr 2019 02:26 AM (IST)
जीवनबिगहा गांव में भी गहराया पेयजल संकट
जीवनबिगहा गांव में भी गहराया पेयजल संकट

गया । गर्मी के दस्तक देते ही प्रखंड क्षेत्र में पेयजल संकट गहराने लगा है। एक तिहाई सरकारी चापाकल मरम्मत के अभाव में खराब पड़ेहैं। अब स्थिति यह हो गई है कि ग्रामीण पानी की तलाश में इधर-उधर भटकने लगे हैं। जीवनबिगहा गांव में पानी की समस्या गंभीर बनी हुई है। कुछ घरों में सबमर्सिबल लगे हैं, जिससे लोग पानी भरकर काम कर रहे हैं। ऐसे ही एक हैं ग्रामीण रामश्रय सिंह। जब ये मोटर चालू करने की गांव में सूचना देते हैं तो ग्रामीणों की भीड़ लग जाती है। जब तक सभी ग्रामीण पर्याप्त पानी नहीं ले लेते, ये मोटर बंद नहीं करते। गाव की कुल जनसंख्या आठ सौ है। यहां सरकारी स्तर से तीन चापाकल लगाया गया था, जो खराब पड़ा है। हाल में लोकसभा चुनाव के समय प्राथमिक विद्यालय के समीप चापाकल लगाया गया है। प्रखंड के सुल्तानपुर टोले में भी लगे चापाकल खराब पड़ा है। यहा के लोग दूर से पानी लाकर प्यास बुझा रहे हैं। यह गांव प्रखंड मुख्यालय से सटा है।

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फोटो- 31

इस वर्ष गांव में पेयजल की समस्या गंभीर बनी हुई है। हाल के दिनों में अपने घर में बोरिग कराया हूं, जिससे अपना काम चलता है और ग्रामीणों को भी पेयजल उपलब्ध करा रहा हूं। इससे लोगों में जल ही जीवन हैं की अनुभूति हो रही है।

रामश्रय सिंह, ग्रामीण

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फोटो- 32

गांव में पानी का लेयर काफी नीचे चला गया है। चापाकल पानी देना बंद कर दिया है। इससे दैनिक क्रिया के साथ-साथ मवेशियों को भी परेशानी हो रही है। लेकिन सरकारी स्तर से इस दिशा में कोई पहल नहीं की जा रही।

अरबिंद सिंह, ग्रामीण

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फोटो-

गर्मी के मौसम में हर साल यह समस्या उत्पन्न होता है। इसके लिए प्रखंड से लेकर जिलाधिकारी तक से गुहार लगाया गया, लेकिन किसी अधिकारी ने सुध नहीं ली।

पंकज कुमार, ग्रामीण

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फोटो- 33

हमारा गांव पहाड़ पर बसा है। जमीन के अंदर पहाड़ है। इसलिए पानी की समस्या से दो-चार होना पड़ता है। यहां डीप बोरिग ही काम करता है, जो सरकार स्तर से नहीं कराया जाता।

रामजन्म सिंह, ग्रामीण

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पेयजल समस्या वाले गांवों का सर्वे कराया जा रहा है। जहां ज्यादा समस्या है, वहां वैकल्पिक व्यवस्था कराई जाएगी।

-छोटे लाल पासवान, अंचलाधिकारी सह प्रभारी प्रखंड विकास पदाधिकारी

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