Good News: रोहतास के डॉ.राजीव को युवा वैज्ञानिक का अवार्ड, प्रतिष्ठित संस्था नीर ने दिया सम्मान
रोहतास के रहने वाले डॉ. राजीव रंजन को देश के प्रतिष्ठि संस्था नीर ने युवा वैज्ञानिक के खिताब से नवाजा है। रोहतास में प्रारंभिक शिक्षा लेने वाले डॉ. राजीव को पूर्व में भी कई सम्मान मिल चुका है।
जागरण संवाददाता, सासाराम (रोहतास)। टीबी रोड पर शोध के लिए दिनारा प्रखंड क्षेत्र के गंज भडसरा गांव निवासी डॉक्टर राजीव रंजन को देश के प्रतिष्ठित नीर (National Institute of Education and Research) की ओर से युवा वैज्ञानिक के खिताब से नवाजा गया है। नई दिल्ली में आयोजित इंटरनेशनल लीडरशिप समिट अवार्ड एंड कॉन्वोकेशन में उन्हें यह सम्मान दिया गया। इस सम्मान से रोहतास जिला समेत पूरे प्रदेश का सम्मान बढ़ा है। उनकी सफलता पर परिवार के साथ गांव के लोग हर्षित हैं।
गांव में हासिल की प्रारंभिक शिक्षा-दीक्षा
गंज भड़सरा के ग्रामीण परिवेश में रहनेवाले राजीव की प्रारंभिक शिक्षा गांव के ही स्कूल में हुई। बचपन से ही शिक्षा के प्रति उनकी विशेष रुचि थी। इंटर के लिए रांची संत जेवियर चले गए। वहीं रहकर मेडिकल की तैयारी की। नामांकन हुआ आइजीआइएमएस (Indira Gandhi institute of Medical Science) पटना में। यहीं से एमबीबीएस (MBBS) की डिग्री प्राप्त की। डॉ राजीव ने इस दौरान बहुत सारी सफलताएं हासिल की।
इमर्जिंग लीडरशिप का भी मिल चुका है सम्मान
राजीव रंजन दो साल पहले देश के प्रतिष्ठित संस्थान आइसीएमआर (Indian Council of Medical Research) के अंतर्गत राष्ट्रीय टीबी अनुसंधान संस्थान (National Institute for Research in Tuberculosis) में वैज्ञानिक बने थे। फिलहाल यहीं कार्य कर रहे हैं। वे नेशनल टीबी प्रीवैलेंस सर्वे 19-20 में वैज्ञानिक थे। कई राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय पत्र-पत्रिकाओं और जर्नल में उनका शोधपत्र प्रकाशित हुआ। वे इस समय आइएमए के को कन्वेनर हैं। उनको इमर्जिंग लीडरशिप अवार्ड भी मिल चुका है। प्रसिद्ध गायिका कविता कृष्णमूर्ति और एसपी बालासुब्रण्यम के हाथों 2018 में जयपुर में यह सम्मान मिला था। इसके अतिरिक्त डॉ एसपी मेमोरियल अवार्ड, आइएमए डिस्टिंग्वीज्ड सर्विस अवार्ड भी मिला चुका है। उनकी इस सफलता पर परिवार के साथ गांव के लोग भी काफी खुश हैं। उनका कहना है कि राजीव ने यह सम्मान हासिल कर दूसरे युवाओं के लिए भी रास्ता दिखाया है।