सबार में डबल मर्डर का लाइनर निकला चौकीदार, असलहे समेत चार साथियों के साथ हुआ गिरफ्तार
कैमूर जिले के करमचट थाना क्षेत्र के सबार बाजार में छह अप्रैल की देर शाम सबार गांव निवासी राकेश कुमार सिंह उर्फ तिरपन सिंह व बहेरी गांव निवासी शिव प्यारे दुबे की अपराधियों ने गोली मार कर हत्या कर दी थी।
जागरण संवाददाता, भभुआ। जिले के करमचट थाना क्षेत्र के सबार बाजार में छह अप्रैल की देर शाम सबार गांव निवासी राकेश कुमार सिंह उर्फ तिरपन सिंह व बहेरी गांव निवासी शिव प्यारे दुबे की अपराधियों ने गोली मार कर हत्या कर दी थी। इस मामले में करमचट थाना में छह नामजद व तीन अज्ञात के विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज की गई। इस मामले में पुलिस ने कार्रवाई करते हुए शुक्रवार को इस घटना का लाइनर चौकीदार सहित कुल पांच लोगों को गिरफ्तार किया है।
उनके पास से एक कट्टा, पांच जिंदा गोली और नौ मोबाइल बरामद किया है। गिरफ्तार आरोपितों में करमचट थाना में प्रतिनियुक्त चौकीदार परमानंद पासवान, करमचट थाना के बिजरा गांव का रामाशीष पासवान का पुत्र पप्पू पासवान, रोहतास जिला के चेनारी थाना के नारायणपुर गांव निवासी रामाकांत सिंह का पुत्र उत्तम कुमार सिंह, वीरनगर गांव निवासी स्व. बैजनाथ मिश्रा का पुत्र मृत्युंजय मिश्रा और उरदा केशनाथ पासवान का पुत्र पंकज कुमार पासवान शामिल हैं। यह जानकारी एसपी राकेश कुमार ने शु्क्रवार को पुलिस सभाकक्ष में आयोजित प्रेसवार्ता में दी।
उन्होंने बताया कि एसडीपीओ भभुआ के नेतृत्व में विशेष एसआइटी का गठन किया। गठित टीम ने अनुसंधान करते हुए कांड में नामजद दो अभियुक्तों में ओम प्रकाश पासवान व इंदू देवी दोनों सबारगढ़ गांव निवासी को गिरफ्तार किया गया। इसके बाद वैज्ञानिक अनुसंधान में दो लोग जिसमें एक चौकीदार परमानंद पासवान व पप्पू पासवान को करमचट थाना के बिजरा गांव से गिरफ्तार किया गया। इनकी निशानदेही पर अमांव पुल के पास से झाड़ी में छिपा कर रखा गया कट्टा, पांच जिंदा गोली बरामद किया गया।
इनकी निशानदेही पर रोहतास जिला के चेनारी थाना क्षेत्र के नारायणपुर निवासी उत्तम कुमार सिंह, वीरनगर के मृत्युंजय मिश्रा और उरदा गांव निवासी पंकज कुमार पासवान को गिरफ्तार किया गया। इनके पास से कुल नौ मोबाइल बरामद किया गया। गिरफ्तार चौकीदार परमानंद पासवान ने बताया कि घटना के एक माह पूर्व भरत पासवान, लक्ष्मण पासवान के घर पर बैठक हुई थी। जहां पर परमानंद पासवान का बहनोई सुनील पासवान, पप्पू पासवान के अलावा वह भी मौजूद था।
उस बैठक में भरत पासवान एवं लक्ष्मण पासवान द्वारा राकेश सिंह उर्फ तिरपन सिंह को मारने के लिए बहनोई सुनील पासवान व पप्पू पासवान को सुपारी के रूप में पांच लाख रुपये दिए थे। घटना के दिन बहनोई सुनील पासवान व पप्पू पासवान घटना स्थल पर मौजूद थे, उन्हीं से बातचीत कर परमानंद थाना की गतिविधि की जानकारी दे रहा था। घटना स्थल पर सुनील और पप्पू के साथ चार-पांच व्यक्ति और थे। घटना को लक्ष्मण पासवान व उनके परिजनों द्वारा पूर्व के विवाद को लेकर षड़यंत्र रच कर अंजाम दिलाया गया है। एसपी ने बताया कि इस कांड में संलिप्त तीन अन्य फरार अभियुक्तों को गिरफ्तार करने के लिए लगातार छापेमारी की जा रही है।