बस 15 दिन इसी सेवा भाव से करें काम, तो फिर ये कोरोना क्या चीज है...जब नवादा के डीएम ने कहा
शनिवार रात डीएम और एसडीओ ने नवादा के सदर अस्पताल का जायजा लिया। आम आदमी की तरह बाइक से पहुंचे अधिकारी ने अस्पताल की व्यवस्था देखकर संतोष जताया। कहा कि सामूहिक प्रयास से हम कोरोना को मात दे देंगे।
नवादा, जागरण संवाददाता। शनिवार की रात तकरीबन 12 बज रहे थे। बाइक से दो युवक अस्पताल पहुंचते हैं। मुंह पर मास्क लगाए, ब्लू रंग की टी शर्ट, काले रंग का पाजामा पहने और गर्दन में सफेद गमछा टांगे।बाइक से पहुंचे दोनों युवकों को देखकर अस्पताल की महिला स्वास्थ्य कर्मी ने समझा कि शायद उनके स्वजन यहां भर्ती होंगे। लेकिन कुछ ही देर में पता चला कि ये दोनों जिले के बड़े हाकिम हैं। ये थे जिलाधिकारी यशपाल मीणा और सदर एसडीएम उमेश कुमार भारती।
अस्पताल की व्यवस्था पर जताया संतोष
देर रात बाइक से ये दोनों अचानक सदर अस्पताल पहुंच गए। उन्होंने ड्यूटी पर रहे स्वास्थ्य कर्मियों से पूछताछ की। कोविड केयर सेंटर पहुंच कर मरीजों के इलाज के संबंध में पड़ताल की। स्वास्थ्य सेवाओं की जानकारी ली। तब तक लोग अंजान थे। फिर डीएम ने अपना परिचय दिया। उन्होंने ड्यूटी पर मौजूद चिकित्सकों और स्वास्थ्य कर्मियों के कार्याें की तारीफ की। कहा कि इसी प्रकार समर्पित भाव से मरीजों की सेवा करते रहें। उम्मीद है अगले 15 दिनों में कोरोना का दूसरा लहर थम जाएगा। हमसब मिलकर महामारी से निबट लेंगे। उन्होंने कहा कि किसी प्रकार की दिक्कत हो तो सूचित करें। डीएम के पहुंचने की सूचना पर प्रभारी सिविल सर्जन डॉ. अशोक कुमार भी सदर अस्पताल पहुंचे। डीएम ने अस्पताल की सुरक्षा में रहे पुलिस कर्मियों और होमगार्ड जवानों से भी बात की और सुरक्षा को लेकर चुस्त-दुरुस्त रहने का निर्देश दिया। डीएम अस्पताल की व्यवस्था से खुश दिखे।
महिला ने कहा-उम्मीद नहीं थी कि इतनी अच्छी व्यवस्था इस अस्पताल में दिखेगी
शहर के एक मोहल्ले की शालिनी सिन्हा अपनी सास का इलाज कराने सदर अस्पताल पहुंची थीं। डीएम ने पूछताछ की तो महिला ने बताया कि शाम में वह जमशेदपुर से नवादा आई है। सास की तबीयत अचानक बिगड़ गई थी। ऑक्सीजन लेवल 74 पर पहुंच गया था। तब उन्होंने रात में ही कॉल सेंटर को फोन किया तो बताया गया कि बेड उपलब्ध है। जिसके बाद उन्होंने सास को सदर अस्पताल में भर्ती कराया। जहां चिकित्सकों और स्वास्थ्य कर्मियों ने पूरी तत्परता से मदद की। कुछ ही देर में ऑक्सीजन लेवल 92 पर आ गया। महिला ने अस्पताल की व्यवस्था पर खुशी जाहिर करते हुए कहा कि उन्हें तो उम्मीद नहीं थी कि इतनी अच्छी सुविधा नवादा के सदर अस्पताल में मिल जाएगी।
बाइक से आम आदमी के रूप में पहुंच थे डीएम
डीएम यश पाल मीणा और एसडीएम उमेश कुमार भारती एक आदमी के वेश में औचक निरीक्षण करने सदर अस्पताल पहुंचे थे। मुंह पर मास्क लगाए, ब्लू रंग की टी शर्ट, काले रंग का पाजामा पहने और गर्दन में सफेद गमछा टांगे डीएम अस्पताल पहुंचे तो महिला स्वास्थ्य कर्मी उन्हें पहचान नहीं सकीं। काफी देर तक डीएम उनसे स्वास्थ्य सेवाओं की जानकारी लेते रहे। कर्मियों के सेवाभाव से संतुष्ट होने के बाद डीएम ने उनसे कहा- हमें पहचान रहे हैं। फिर उन्होंने अपना परिचय दिया। इसके बाद तो कर्मी चौंक गई। लेकिन डीएम ने उनकी सराहना की।