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जिला जज का बोर्ड लगा वाहन प्रयोग कर रहे  शिक्षक, वारिसलीगंज प्रखंड में विभिन्न प्रकार के जांच से बचाव को ले अवैध रूप से लोग कर रहे प्रयोग

प्रेस तथा जिला जज तक लिखे वाहनों का प्रयोग आमजन धड़ल्ले से कर रहे हैं। इसी कड़ी में सोमवार को वारिसलीगंज स्थित एसएन सिन्हा कालेज से एक काले रंग की वाहन को निकलते देखा गया। वाहन के आगे भाग में एक बड़ा सा बोर्ड लगा देखा गया।

By Prashant Kumar PandeyEdited By: Published: Mon, 29 Nov 2021 05:19 PM (IST)Updated: Mon, 29 Nov 2021 05:19 PM (IST)
जिला जज का बोर्ड लगा वाहन प्रयोग कर रहे  शिक्षक, वारिसलीगंज प्रखंड में विभिन्न प्रकार के जांच से बचाव को ले अवैध रूप से लोग कर रहे प्रयोग
वारिसलीगंज प्रखंड में विभिन्न प्रकार के जांच से बचाव को ले अवैध रूप से लोग कर रहे प्रयोग

 संसू, वारिसलीगंज : पुलिस एवं परिवहन विभाग की जांच से बचने को लेकर वारिसलीगंज में पुलिस, प्रेस तथा जिला जज तक लिखे वाहनों का प्रयोग आमजन धड़ल्ले से कर रहे हैं। इसी कड़ी में सोमवार को वारिसलीगंज स्थित एसएन सिन्हा कालेज से एक काले रंग की वाहन को निकलते देखा गया। वाहन के आगे भाग में एक बड़ा सा बोर्ड लगा देखा गया। जिस पर लाल रंग के बोर्ड पर डिस्ट्रिक जज लिखा था। वाहन में दो लोग सवार थे। पूछने पर पता चला कि स्थानीय एसएन सिन्हा कालेज के शिक्षक मनीष कुमार हैं, जो पटना स्थित अपने आवास से कालेज आवाजाही करते हैं। 

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बताया गया कि उक्त शिक्षक के पिता झारखंड राज्य के किसी जिले में जिला जज थे। जो सेवानिवृत हो चुके हैं। परंतु जज साहब के शिक्षक पुत्र आज भी बड़े रौब से उक्त बोर्ड लगे वाहन का प्रयोग कर रहे हैं। वाहन में बोर्ड लगे वह भी बिना ढके प्रयोग से उन्हें रास्ते में पुलिस, परिवहन की जांच के अलावे ट्रैफिक जाम से बहुत राहत मिलती है। हालांकि क्षेत्र के बुद्धिजीवि कहते हैं कि वाहन का प्रयोग तो ठीक है, लेकिन बोर्ड खोल देना चाहिए था। 

बता दें कि वारिसलीगंज प्रखंड में विभिन्न प्रकार के जांच से बचाव को ले अवैध रूप से अभी तक पुलिस व प्रेस लिखा वाहन ज्यादातर बाइक का प्रयोग लोग बेरोकटोक कर रहे थे। इस बाबत पूछे जाने पर कालेज के प्राचार्य डॉ सतीश सिंह चंद्र ने कहा कि अपने पिता का वाहन प्रयोग उनके अधिकार में आता है। परंतु जिला जज का बोर्ड लगाना अनुचित है। उन्हें तत्काल बोर्ड खुलवा देना चाहिए।


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