डीजीपी साहब ! पानी के लिए तरस रहे जवान
हाल कोतवाली थाना का। ------------ -थाना का बेसिक दूरभाष नं.- 0631 -2225814 -थानाध्यक्ष का सरकारी नंबर -9431822198 --------- -आपस में चंदा कर पेयजल बाहर से खरीदकर जवान बुझाते हैं प्यास आगंतुक रह जाते प्यासे ------- चिंताजनक -आराम करने के लिए कक्ष का भी घोर अभाव नहीं बना है बैरक -बिजली सप्लाई जाने पर अंधेरे में रहते हैं जवान ---------
नीरज कुमार, गया :
शहर का सबसे बड़ा और महत्वपूर्ण थाना कोतवाली। अति व्यस्त मार्ग और परिसिमन में भी बड़ा पर बुनियादी सुविधाएं नदारद। यहां तैनात पुलिस पदाधिकारी और जवानों को पीने के लिए पानी तक की सुविधा नहीं है। आपस में चंदा कर पेयजल बाहर से खरीदकर जवान गला तर करते हैं। इसके साथ ही आराम करने के कक्ष का भी घोर अभाव है। उनके लिए बैरक तक नहीं बना है। हालांकि, दैनिक कार्य के लिए सबमर्सिबल लगा हुआ है, लेकिन पीने के लिए शुद्ध पानी नहीं है। आगंतुकों की प्यास बुझाने के लिए यहां पानी की व्यवस्था नहीं है।
बिजली की आपूर्ति होने तक थाना प्रकाशमय रहता है, लेकिन सप्लाई बंद होते ही मोमबत्ती का सहारा लेना पड़ता है। कारण यहां जेनरेटर की सुविधा नहीं है। मजबूरी और कम संसाधन में कोतवाली थाने में 24 घंटे की सेवाएं दी जाती हैं। ऐसे में थानाध्यक्ष से लेकर यहां तैनात जवान तनाव में अपनी ड्यूटी दे पा रहे हैं, जो चिंतनीय है। कारण राज्य सरकार निरंतर थाना को सशक्त करते हुए बुनियादी सुविधाएं उपलब्ध कराने की बात कह रही है, लेकिन सुविधाओं की अनदेखी की जा रही है।
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खुद जवान करते हैं सफाई
जवान बताते हैं कि कोतवाली थाने में कार्यालय, प्रभारी कक्ष, कंप्यूटर कक्ष के साथ-साथ पुलिस पदाधिकारी व आरक्षी का सरकारी आवास भी है। तीन मंजिले भवन की सफाई करने के लिए सफाई कर्मी नहीं है। खुद होमगार्ड या फिर पदाधिकारी सफाई करते हैं। खुद प्रयास नहीं करें तो यहां गंदगी का अंबार लग सकता है।
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दिव्यांग, वृद्ध और वरिष्ठ
नागरिक नहीं पहुंच पाते थाना
कोतवाली थाने का भवन नियमानुसार नहीं बना है। थाना का ओडी, कार्यालय और प्रभारी कक्ष प्रथम तल्ला पर संचालित है। वहां तक पहुंचने के लिए रैंप की व्यवस्था नहीं है। सीढ़ी बना है, इसके सहारे दिव्यांग, वृद्ध और वरिष्ठ नागरिक अपनी शिकायत लेकर वहां तक नहीं पहुंच पाते हैं। इनके नक्शा पर भी प्रश्नचिह्न खड़ा होता है। थाने के ग्राउंड फ्लोर पर पार्किंग की व्यवस्था की गई है, जबकि ओडी बना दी जाए तो दिव्यांग व वृद्ध भी अपनी शिकायत दर्ज करा सकते हैं।
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असुविधाएं
-आरओ की व्यवस्था नहीं
-जेनरेटर नहीं।
-आगंतुक कक्ष नहीं
-सफाई कर्मी नहीं
-समुचित पंखा व
एसी की सुविधा नहीं।
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थाने की सीमा
शहर के मध्य में कोतवाली थाना अवस्थित है। यहां से छत्ता मस्जिद, जीबी रोड, बजाजा रोड, रमना, टावर चौक, सराय रोड, जमा मस्जिद, गोलपत्थर, नई गोदाम, तुतबाड़ी, पंचायती अखाड़ा, मोरिया घाट, किरानी घाट, इकबाल नगर, बारिश नगर, रामशिला, पहासवर, वागेश्वरी गुमटी की पूर्वी भाग, कुमार कॉलोनी, राज कॉलोनी, रामधनपुर, बाटा मोड़, स्वराजपुरी रोड की पूर्वी भाग, ढोलकिया गली, मखलौटगंज, केपी रोड, धामीटोला, लहेरिया टोला आदि शामिल है।
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थाने की स्वीकृत बल
पद स्वीकृत पद कार्यरत बल
पुनि 01 00
पुअनि 08 09
पुसअनि 07 09
सिपाही 08 03
म.सिपाही 00 04
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विधि व्यवस्था संधारण
इंस्पेक्टर वाहन-01
गश्ती वाहन-03
ड्राइवर-04
पैंथर-01
कंप्यूटर सिस्टम-02
हाजत- महिला-पुरुष
मालखाना-01
शौचालय- 10 यूनिट
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500 लीटर मिलता है तेल
कोतवाली थाने को अपने क्षेत्र में विधि व्यवस्था संधारण करने के लिए वाहनों के लिए 500 लीटर तेल की सुविधा मिलती है। इतने कम संसाधन में 30 दिनों तक 24 घंटे गश्ती करना संभव नहीं है। 400 लीटर गश्ती वाहन और 100 लीटर इंस्पेक्टर वाहन के लिए तेल मिलता है।
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क्या कहते हैं इंस्पेक्टर
सरकार व पुलिस मुख्यालय द्वारा प्रदत्त संसाधन के बीच बेहतर कार्य करने के लिए प्रयासरत है। पीड़िता को त्वरित गति से न्याय दिलाना पहली प्राथमिकता है। जरूरी आवश्यकता जैसे पानी, आगंतुक कक्ष, आरओ व बेहतर कार्य के लिए एसी का घोर अभाव है। इन चीजों से वरीय अधिकारी को अवगत कराया गया है ताकि उसका निदान निकाला जा सके।
संजय कुमार, थानाध्यक्ष, कोतवाली गया