औरंगाबाद में उत्तर कोयल नहर में एक साल से पड़ा है टूटे पुल का मलबा, तटबंध के कटाव से मंडरा रहा खतरा
औरंगाबाद के उत्तर कोयल नहर पर बना पुल एक साल पहले ध्वस्त हो चुका है। इसका नहर में गिरा मलबा अभी तक नहीं हटाया गया है जिससे नहर के तटबंध का तेजी से कटाव हो रहा है। कटाव के कारण पूरा तटबंध टूट सकता है।
औरंगाबाद, जागरण संवाददाता। औरंगाबाद के देव प्रखंड के केताकी फॉल से मदनपुर की तरफ उत्तर कोयल नहर पर बना पुल एक साल से ध्वस्त पड़ा है। ध्वस्त पुल का मलबा नहर में ही गिरा हुआ है, लेकिन उसे अभी तक नहीं हटाया गया है। इस कारण नहर के तटबंध का तेजी से कटाव हो रहा है। यह कटाव कभी तटबंध को पूरी तरह पानी में बहा ले जा सकता है। हालांकि, अब विभागीय अभियंता ने तुरंत कार्रवाई कर मलबा हटाने का आश्वासन दिया है।
पुल के मलबे के कारण तटबंध का हो रहा कटाव
डिविजन के कनीय अभियंता से लेकर कार्यपालक अभियंता तक की लापरवाही के कारण नहर में गिरे पुल का मलबा नहीं हटाया गया है। मलबे से पुल के नीचे नहर में दो पाट में से एक पाट में पानी का बहाव कम होने के कारण तटबंध का कटाव हो रहा है।
अभियंताओं के लापरवाही से बिगड़ी स्थिति
देव प्रखंड के उपप्रमुख मनीष कुमार ने बताया कि नहर विभाग के अभियंता ध्वस्त पुल को देख चुके हैं पर लापरवाही का नतीजा है कि नहर से मलबे को हटाया नहीं जा रहा है। उन्होंने कहा कि कटाव से जब तटबंध पूरी तरह टूट जाएगा तो अभियंता लाखों का प्राक्कलन बनाएंगे और राशि कम खर्च कर पूरी राशि की निकासी करेंगे। उपप्रमुख ने आरोप लगाया कि अब मलबे से जो तटबंध का कटाव हुआ है उसकी मरम्मत के नाम पर भी राशि की निकासी की जाएगी। एक वर्ष से पुल टूटकर नहर में गिरा हुआ है पर अभियंताओं की लापरवाही है कि आज तक मलबा नहीं हटाया गया है।
विभाग का आश्वासन: जल्दी हटाया जाएगा मलबा
इस बाबत कार्यपालक अभियंता ने बताया कि नहर में ध्वस्त पुल को देखा गया है। सहायक अभियंता एवं अन्य अधिकारियों को भेजा गया है। ध्वस्त पुल के मलबे को जल्दी ही हटा दिया जाएगा।