Cyclone Yaas Alert: गया में 27, 28 और 29 मई को तेज हवाओं के साथ हो सकती है मूसलाधार बारिश
चक्रवाती तूफान यास का गया में भी असर दिखने लगा है। सुबह से ही ठंडी हवाओं के साथ रिमझिम बरसात हो रही है। आपदा प्रबंधन विभाग ने जिलावासियों से सुरक्षित रहने की अपील की है। बेवजह घर से बाहर निकलने से परहेज करने को कहा है।
गया, जागरण संवाददाता। बंगाल की खाड़ी (Bay of Bengal) से उठे चक्रवाती तूफान 'यास' (Cyclone Yaas) का गया जिले में धीरे-धीरे असर दिखने लगा है। बुधवार की सुबह से ही मौसम बरसात के दिनों जैसा हो गया है। ठंडी हवाओं के साथ रिमझिम फुहारें पड़ रही हैं। आसमान में बादल उमड़-घुमड़ रहे हैं। तेज हवाएं भी चल रही हैं। मौसम विज्ञानियों की मानें तो उड़ीसा के समुद्री तट पर चक्रवाती तूफान की टकराने के बाद यह झारखंड की ओर प्रवेश करेगा। और वहां से होते हुए आज देर रात तक गया जिले की सीमा में प्रवेश करने का अनुमान है। हालांकि इसका असर आज सुबह से ही देखा जा रहा है। मौसम विभाग के पूर्वानुमान में आज गया में आठ मिलीमीटर तक बारिश हो सकती है। गया जिले में मई के महीने में अभी तक 50 मिलीमीटर तक बारिश हो चुकी है। इस तूफान का सबसे अधिक असर 27 28 और 29 मई को गया में दिखने का अनुमान लगाया गया है।
28 मई को 165 मिली मीटर तक हो सकती है बारिश
चक्रवाती तूफान के बीच गया में 28 मई को तेज हवाओं और बादलों की गर्जना के साथ 165 मिलीमीटर तक बारिश हो सकती है। जो एक दिन में किसी भी जगह के लिए अत्यधिक बारिश की श्रेणी में आता है। चक्रवाती तूफान और आकाशीय बिजली से होने वाली संंभावित क्षति को लेकर जिला प्रशासन ने आपदा प्रबंधन के तहत सभी लोगों को घरों में सुरक्षित रहने को कहा है।
अभी से अलर्ट मोड में बिजली विभाग, तूफान से निपटने को गठित की गई 16 टीमें
चक्रवाती तूफान से गया जिले में बिजली विभाग को होने वाली क्षति को लेकर अभी से ही सभी अभियंताओं को अलर्ट पर रहने के लिए कहा गया है। गया जिले में तूफान से निपटने के लिए 16 टीमें बनाई गई हैं। इसमें पर्याप्त संख्या में 240 मानव बल लगाए गए हैं। साथ ही दूसरे जरूरी संसाधन रखने के लिए कहे गए हैं। अधिक तेज हवा चलने से जगह-जगह बिजली के पोल पर तार गिर जाते हैं। जिसे ठीक करने में बिजली विभाग के कर्मियों को काफी मशक्कत करनी पड़ती है। कार्यपालक अभियंता दीपक कुमार ने कहा कि जिले में तूफान से निपटने के लिए हर तरह की तैयारी की गई है। नुकसान के बाद विद्युत आपूर्ति अविलम्ब बहाल हो सके इसके लिए अभी से तैयारी की जा रही है।