Corona News: रोहतास में कोरोना संक्रमित लोगों की संख्या घटी, सात दिन सामने आया केवल तीन नए मामले
रोहतास जिले में स्वास्थ्य कर्मियों एवं फ्रंटलाइन वर्कर्स के अथक प्रयास से अब कोरोना संक्रमण का असर धीरे-धीरे समाप्त होने लगा है। जिले में अब कोरोना संक्रमण मरीजों की संख्या महज चार बच गई है जिनका इलाज होम आइसोलेशन के तहत जारी है।
जागरण संवाददाता, सासाराम। रोहतास जिले में स्वास्थ्य कर्मियों एवं फ्रंटलाइन वर्कर्स के अथक प्रयास से अब कोरोना संक्रमण का असर धीरे-धीरे समाप्त होने लगा है। जिले में अब कोरोना संक्रमण मरीजों की संख्या महज चार बच गई है, जिनका इलाज होम आइसोलेशन के तहत जारी है। वहीं पिछले सात दिनों में महज तीन ही कोरोना पॉजिटिव मरीज पाए गए हैं। इस तरह से रोहतास जिला कोरोना संक्रमण मुक्त जिला बनने से महज कुछ ही दूरी पर है।
जिले में 6861 लोग जीत चुके हैं कोरोना से लड़ाई
रोहतास जिले में पहला कोरोना पॉजिटिव का मरीज 21 अप्रैल को मिला था जब एक महिला में इसकी पुष्टि हुई थी। उसके बाद जिले में कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या दिनोंदिन बढ़ती गई। रोहतास जिले में अब तक कुल 6913 कोरोना संक्रमित मरीज पाए गए हैं जिसमें से 6861 पॉजिटिव मरीज कोरोना को मात देकर अपने घर वापस जा चुके हैं। वही 47 संक्रमित मरीजों की मौत हो चुकी है। रोहतास जिले में घटते कोरोना संक्रमित मरीजों को देख प्रशासन के साथ-साथ स्वास्थ्य विभाग एवं आम जनता भी राहत की सांस अब महसूस कर रही है। हालांकि संक्रमण को लेकर जिला प्रशासन एवं स्वास्थ्य विभाग द्वारा समय-समय पर लोगों को जागरूक भी किया जा रहा है कि कोरोना संक्रमण से बचाव जरूरी है। क्योंकि अभी संक्रमण पूरी तरह से समाप्त नहीं हुआ है।
स्वास्थ्य कर्मियों एवं फ्रंटलाइन वर्करों ने निभाई अहम भूमिका
सिविल सर्जन डॉ सुधीर कुमार ने बताया जिले में लॉकडाउन के पहले दिन से ही जिला प्रशासन के साथ-साथ स्वास्थ्य विभाग पूरी तरह से अलर्ट था और सभी कर्मियों ने अपने कार्यों को बखूबी अंजाम दिया। सिविल सर्जन ने कहा कि संक्रमण काल में मुस्तैदी के साथ साथ पूरी ईमानदारी और निष्ठा के साथ काम करना और लोगों के प्रति सेवा की भावना उत्पन्न होना एक बहुत बड़ी उपलब्धि है। आज जिला प्रशासन के साथ-साथ स्वास्थ्य विभाग के कर्मियों एवं पुलिस प्रशासन के साथ-साथ फ्रंटलाइन वर्कर्स की जो भूमिका रही वह काफी सराहनीय रही। आज उसी का परिणाम है कि रोहतास जिला में महज चार संक्रमित मरीज ही बचे हुए हैं जो होम आइसोलेशन में इलाज़ करा रहे हैं। उन्होंने कहा कि हमारी कोशिश है जिले को जल्द से जल्द कोरोना मुक्त जिला बनाना और इसमें स्वास्थ्य कर्मियों के अलावा फ्रंटलाइन वर्कर्स अपनी अहम भूमिका निभा रहे हैं।