Corona Update: 60 से अधिक उम्र के कोरोना संक्रमित आइसोलेशन सेंटर में होंगे भर्ती, घर में नहीं रह सकेंगे क्वारंटाइन
कोरोना वायरस के मद्देनजर स्वास्थ्य महकमा एक बार फिर अलर्ट मोड में है। इसको लेकर संक्रमित बुजुर्गों के होम क्वारंटाइन रहने पर रोक लगा दी गई है। उन्हें आइसोलेशन सेंटर में भर्ती होना पड़ेगा। साथ ही जांच का दायरा भी बढ़ा दिया गया है।
जेएनएन, गया। कोरोना संक्रमण के खतरों से निपटने को लेकर एक बार फिर से स्वास्थ्य महकमे को अलर्ट किया गया है। ऐसे में कई निर्णय लिए गए हैं। मसलन, 60 वर्ष से ऊपर के कोई भी व्यक्ति यदि कोरोना पॉजिटिव पाए जाएंगे तो उन्हें संस्थागत आइसोलेशन सेंटर यानि सरकारी अस्पताल या सरकार की देखरेख में चल रहे आइसोलेशन सेंटर में ही रखा जाएगा। वे अब घर पर क्वारंटाइन नहीं रह सकेंगे।
जिलाधिकारी अभिषेक सिंह ने इस बाबत स्वास्थ्य विभाग के वरीय अधिकारियों को निर्देश दिया है। किसी भी हालत में ऐसे बुजुर्ग मरीज को होम आइसोलेशन में नहीं रखा जाएगा। क्योंकि परिवार के दूसरे लोगों में संक्रमण फैलने का खतरा रहता है। साथ ही उस संक्रमित मरीज को शीघ्र स्वस्थ करने के लिए डॉक्टरों की निगरानी में समुचित इलाज की जरूरत है। बिहार व आसाम पूरे देश में कोविड-19 को लेकर बेहतर स्थिति में है। आगे भी बेहतर स्थिति को कायम रखने के उद्देश्य से गया जिला अगले 15 दिनों तक सर्वोच्च प्राथमिकता के साथ कोविड-19 वैश्विक महामारी के बचाव कार्य में पूरी तत्परता के साथ कार्य करेगा।
ओपीडी में जांच से पहले कोरोना की सैंपल जांच करवाने पर जोर
सभी सरकारी अस्पतालों में ओपीडी में आए मरीज के उपचार से पूर्व उनका कोरोना टेस्ट करने को कहा गया है। इसके बाद ही ओपीडी की सेवा मरीजों को मिलेगी। सैंपल कलेक्शन के दौरान संबंधित मरीज का नाम, पता एवं मोबाइल नंबर अनिवार्य रूप से पंजी में दर्ज करना है। ताकि आगे उनके और उनके स्वजनों की पहचान करने में दिक्कत नहीं हो। जिले के रेलवे स्टेशन, एयरपोर्ट एवं बस स्टैंड पर भी रैंडम कोविड-19 टेस्ट की व्यवस्था कराने को कहा गया है।
कोविड-19 की वैक्सीन पहले स्वास्थ्य कर्मियों को लगेगी
कोविड वैक्सीन के लिए जिले में स्वास्थ्य सेवा प्रदाताओं की सूची बनाई जा रही है। सबसे पहले स्वास्थ्य कर्मियों को लगाए जाने की सूचना है। एएनएम, आशा कार्यकर्ता, पारा मेडिकल स्टाफ, चिकित्सकों को यह वैक्सीन पहले लगाया जाएगा। लिहाजा, इन स्वास्थ्य कर्मियों की विवरणी को 26 नवंबर तक तैयार कर जमा करने का निर्देश जिलाधिकारी ने दिया है। जानकारी के मुताबिक सरकारी स्वास्थ्य कर्मियों के साथ ही निजी स्वास्थ्य कर्मियों को भी ये टीके लगाए जाएंगे। इसे लेकर निजी स्वास्थ्य संस्थानों के कर्मियों का भी विवरणी तैयार किया जा रही है। जिलाधिकारी ने उक्त विवरणी को भी 30 नवंबर तक जमा कराने का निर्देश दिया है।
निजी स्वास्थ्य कर्मियों को ओटीपी के जरिए अपलोड करना है डाटा -कोविड-19 के टीके निजी स्वास्थ्य कर्मियों को भी लगें इसके लिए सभी रजिस्टर्ड नर्सिंग होम को विशेष लिंक उपलब्ध कराया गया है। लिंक खोलने पर संबंधित स्वास्थ्य कर्मी का मोबाइल नंबर रजिस्टर्ड करते ही ओटीपी जाएगा। उसी पर संबंधित जानकारी अपलोड करनी है। वन टाइम पासवर्ड के आधार पर कर्मी अपना नाम, संस्थान का नाम, जन्म तिथि, पता, मोबाइल नंबर, फोटो आईडी व अन्य जानकारी अपलोड करेंगे। गया जिले में 118 नर्सिंग होम रजिस्टर्ड हैं। इनके अलावा आरएमपी हैं। जिले में करीब 12 हजार सरकारी स्वास्थ्य कर्मी हैं। वहीं 3 हजार की संख्या में करीब निजी स्वास्थ्य कर्मी हैं। सरकारी स्वास्थ्य कर्मियों की बात करें तो सभी प्रखंडों से करीब-करीब कर्मियों की सूची प्राप्त हो गई है।
इन जगहों पर संचालित हैं संस्थागत आइसोलेशन सेंटर संस्थान
शेरघाटी एएनएम स्कूल: 100 बेड
टिकारी एएनएम स्कूल: 100 बेड
नीमचक बथानी- 100 बेड
इंडोर स्टेडियम गया- 50 बेड
बोधगया होटल सिद्धार्थ- 40 बेड
अनुग्रह नारायण मगध मेडिकल अस्पताल- 70 बेड।