Move to Jagran APP

Nawada: नहीं थम रहा जहरीली शराब पर विवाद, MLA ने की 20-20 लाख मुआवजा और नौकरी देने की मांग

उन इलाकों में पुलिस ने सर्च ऑपरेशन चलाया जहां के लोगों की मृत्‍यु हुई। सूत्राें की मानें तो गांव के बधार से देसी शराब के कुछ पाउच बरामद हुए हैं। हालांकि अब तक पुलिस-प्रशासन ने इसकी पुष्टि नहीं की है।

By Prashant KumarEdited By: Published: Fri, 02 Apr 2021 01:35 PM (IST)Updated: Fri, 02 Apr 2021 01:35 PM (IST)
Nawada: नहीं थम रहा जहरीली शराब पर विवाद, MLA ने की 20-20 लाख मुआवजा और नौकरी देने की मांग
मृतकों के आश्रितों से मुलाकात करतीं विधायक विभा देवी। जागरण।

जागरण संवाददाता, नवादाकथित तौर पर जहरीली शराब से मौत मामले में नवादा MLA विभा देवी ने प्रभावित क्षेत्रों का भ्रमण कर पीडि़त परिवारों से मुलाकात की। उन्‍होंने मृतक के आश्रितों को 20-20 लाख रुपये मुआवजा और परिवार के एक सदस्‍य को सरकारी नौकरी दिलाने की मांग की है।

loksabha election banner

वहीं दूसरी तरफ उन इलाकों में पुलिस ने सर्च ऑपरेशन चलाया, जहां के लोगों की मृत्‍यु हुई। सूत्राें की मानें तो गांव के बधार से देसी शराब के कुछ पाउच बरामद हुए हैं। हालांकि, अब तक पुलिस-प्रशासन ने इसकी पुष्टि नहीं की है। गौरतलब है कि जिन लोगों की मौत जहरीली शराब पीने की वजह से बताई जा रही थी, उनकी पोस्‍टमॉर्टम रिपोर्ट में कुछ और बातें कही जा रही हैं। प्रशासन का कहना है कि रिपोर्ट के अनुसार वे अलग-अलग बीमारी से मरे हैं।

बताते चलें कि नवादा के कुछ गांवों में चार दिनों में 14 लोगों की मौत हो गई। उनके परिवारवालों ने दावा किया है कि उनकी मौत जहरीली शराब पीने से हुई। कुछ लोगों की आंखों की रोशनी भी चली गई। लेकिन, प्रशासन ने इसे सिरे से नकार दिया। डीएम और एसपी ने संयुक्‍त रूप से प्रेस कॉन्‍फ्रेंस कर दस लोगों की मौत की पुष्टि की थी और कहा था कि वे शराब का सेवन करने से नहीं मरे। वे अलग-अलग बीमारी से मरे हैं।

पुलिस-प्रशासन के विरोधाभासी बयान से मृतकों के परिवारवाले और ग्रामीण आक्रोशित हैं। कुछ वीडियो भी वायरल हुए हैं, जिसमें ग्रामीणों ने बताया है कि शराब कहां बन रही है, कैसे बेची जा रही है और इसमें अधिकारियों की भूमिका क्‍या है? विभिन्‍न दलों के नेताओं ने ऐसे कई वीडियो इंटरनेट मीडिया पर साझा किए हैं। हालांकि, दैनिक जागरण किसी वीडियो की सत्‍यता की पुष्टि नहीं करता है। अगर उन वीडियो की जांच की जाए और मामला सही पाया गया तो पुलिस और प्रशासन के अधिकारियों की बड़ी चूक साबित हो सकती है।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.