कानूनी पेंच के कारण अधर में लटका वारिसलीगंज प्रखंड कार्यालय के भवन का निर्माण
2018 में ट्रेजरी भवन सहित करीब एक दर्जन अधिकारियों व कर्मियों का आवासीय भवन को तोड़ दिया गया था। तबसे प्रखंड विकास पदाधिकारी एवं अंचल अधिकारी सहित प्रखंड के अन्य अधिकारियों को किराए के मकान में रहना पड़ रहा है।
संवाद सूत्र, वारिसलीगंज (गया)। वारिसलीगंज प्रखंड कार्यालय के नए भवन निर्माण को ले 2018 में ट्रेजरी भवन सहित करीब एक दर्जन अधिकारियों व कर्मियों का आवासीय भवन को तोड़ दिया गया था। तबसे प्रखंड विकास पदाधिकारी एवं अंचल अधिकारी सहित प्रखंड के अन्य अधिकारियों को किराए के मकान में रहना पड़ रहा है। वर्ष 2017 के दिसंबर माह में अत्याधुनिक संसाधनों से लैस प्रखंड कार्यालय एवं अधिकारियों का आवासीय भवन निर्माण के लिए राज्य के मुखिया नीतीश कुमार द्वारा आन लाइन शिलान्यास किया गया था। इस कार्यक्रम में बिहार सरकार मंत्री श्रवण कुमार सहित कई स्थानीय अधिकारी मौजूद थे।
ध्वस्त किया गया पुराना भवन
सीएम के उद्घाटन बाद ट्रेजरी भवन सहित पूर्व से बने सभी आवासीय भवनों को निर्माण संवेदक द्वारा ध्वस्त करवा दिया गया। करीब 13 करोड़ की लागत से नए भवन का निर्माण शुरू भी किया गया। लेकिन कुछ ही समय बाद निर्माण पर ग्रहण लग गया। बताया गया कि भवन निर्माण से जुड़े दो संवेदकों के बीच के झगड़े में मामला कोर्ट में चला गया है। अब जब तक कोर्ट से समस्या का निदान नहीं हो पाता है तब तक भवन निर्माण कार्य यू हीं रुका रहेगा। हालांकि कार्य शुभारंभ करने वाले संवेदक का लाखों रुपये का निर्माण सामग्री बरसात की भेंट चढ़ गई। जबकि प्रखंड कार्यालय परिसर अस्त व्यस्त दिख रहा है। कहीं भी वाहन खड़ी करने या कोई कार्यक्रम करने को ले खाली जगह नहीं है। निर्माण कार्य अवरुद्ध होने का कारण पूछे जाने पर बीडीओ सत्यनारायण पंडित ने बताया कि मुझे कोई विशेष जानकारी नहीं है। लेकिन कुछ लोगों कहते हैं कि दो ठेकेदारों की लड़ाई का मामला न्यायालय में लंबित है।
तीन वर्ष से निर्माण कार्य है बंद
प्रखंड कार्यालय में नए भवनों के निर्माण का कार्य शुरू करने से कुछ माह पहले से प्रखंड विकास पदाधिकारी, अंचल अधिकारी समेत दर्जनभर अधिकारी व कर्मचारियों को बाजार में किराए पर रहने की विवशता है। फलत: सरकार को अतिरिक्त किराये का भी भुगतान करना पड़ रहा है।
समारोह पूर्वक हुआ था शिलान्यास
प्रखंड कार्यालय का शिलान्यास 31 दिसंबर 2017 को बिहार सरकार के ग्रामीण विकास मंत्री श्रवण कुमार के द्वारा किया गया था। मौके नवादा के तत्कालीन सांसद गिरिराज ङ्क्षसह, क्षेत्रीय विधायक अरुणा देवी ,पार्षद सलमान रागिव, विधान पार्षद नीरज कुमार, नवल किशोर यादव, जिला पदाधिकारी कौशल कुमार आदि उपस्थित थे।
उद्घाटन के पूर्व जमींदोज हुआ ट्रेजरी भवन
प्रखंड कार्यालय परिसर में 90 के दशक में तत्कालीन विधायक सह बिहार सरकार के मंत्री बंदी शंकर ङ्क्षसह के प्रयासों से वारिसलीगंज को अनुमंडल बनाने के पूर्व ट्रेजरी भवन का निर्माण करवाया गया था। भवन का निर्माण कार्य पूर्ण होने के बाद राजनीतिक नफा नुकसान को लेकर उद्घाटन नहीं हो सका। देख रेख के अभाव में भवन जर्जर हो गया था। उसमें अंचल गार्ड रहा करते थे। उक्त भवन उद्घाटन के पूर्व ही जमीेंदोज हो गया।