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आशीर्वाद यात्रा को सफल बनाने में जुटी चिराग की LJP टीम, नवादा में समर्थक लगा रहे एड़ी-चोटी का जोर

बागी नेताओं ने यहां तक कह दिया कि चिराग अपने पिता और रिश्‍तेदारों की छवि के कारण जीतते आए हैं। उन्‍हें जनता से कोई लेना देना नहीं है। वे फिल्‍म में करियर आजमाने गए थे लेकिन वहां फ्लॉप साबित हुए।

By Prashant KumarEdited By: Published: Fri, 30 Jul 2021 10:44 AM (IST)Updated: Fri, 30 Jul 2021 12:40 PM (IST)
आशीर्वाद यात्रा को सफल बनाने में जुटी चिराग की LJP टीम, नवादा में समर्थक लगा रहे एड़ी-चोटी का जोर
आशीर्वाद यात्रा के दोरान चिराग पासवान को तिलक लगाती महिला। जागरण आर्काइव।

संवाद सूत्र, नरहट (नवादा)। आशीर्वाद यात्रा की सफलता के लिए गुरुवार को लोजपा (लोक जनशक्ति पार्टी) के शेखपुरा जिलाध्यक्ष एवं शेखपुरा पूर्व विधानसभा प्रत्याशी इमाम गजाली सह आशीर्वाद यात्रा नवादा का प्रभारी नवादा लोकसभा (Loksabha) के विभिन्न गांव का लगातार दौरा के दौरान नरहट पहुंचे और अपने समर्थकों से आशीर्वाद यात्रा में अधिक से अधिक लोगों को शामिल होने की अपील की।

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जिला प्रभारी ने बताया कि आशीर्वाद यात्रा की सफलता के लिए लगातार क्षेत्र भ्रमण कर रहे हैं, जिसमें से आज सोनसिहारी, सीतारामपुर, बेलघार, नवादा चमड़ा गोदाम, नरहट का दौरा किया। हमें लगातार बुजुर्ग युवा सभी का समर्थन मिल रहा है। 31 जुलाई होने वाला आशीर्वाद यात्रा नवादा में कार्यकर्ताओं से खचाखच जाम हो जाएगा। वही लोजपा आइटी सेल जिला अध्यक्ष रितिक आर्या उर्फ नीतीश पासवान ने कहा चिराग पासवान के साथ जो धोखा बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (CM Nitish Kumar) व पशुपति कुमार पारस (Pashupati Kumar Paras) ने दिया है।

उससे लोजपा के गांव गांव के एक एक कार्यकर्ता आक्रोशित हैं। सभी चिराग जी के साथ है। मौके पर मौजूद समाजिक कार्यकर्ता लकी कुमार, नवादा सदर प्रखंड अध्यक्ष कमलेश पासवान, अखिलेश पासवान, मोहित कुमार, प्रमोद पासवान, पिंटू कुमार, रोशन कुमार, चंदन चौहान इत्यादि लोग मौजूद थे।

गौरतलब है कि पिता रामविलास पासवान के चित्र के साथ जमुई सांसद चिराग पासवान बिहार में आशीर्वाद यात्रा कर रहे हैं। इस दौरान उन्‍होंने एक सभा को संबोधित करते हुए कहा था कि जब पार्टी और अपने रिश्‍तेदारों ने धोखा दिया तो वे जनता के बीच इंसाफ मांगने आए हैं। पहले पार्टी के लोग साथ थे। परिवार में एकजुटता थी, तब दोनों ही नहीं हैं। इस लिए वे जनता से आशीर्वाद लेने आए हैं।

चिराग पासवान के इस बयान को कई तरह के रंग दिए गए। उनकी पार्टी से बागी नेताओं ने यहां तक कह दिया कि चिराग अपने पिता और रिश्‍तेदारों की छवि के कारण जीतते आए हैं। उन्‍हें जनता से कोई लेना देना नहीं है। वे फिल्‍म में करियर आजमाने गए थे, लेकिन वहां फ्लॉप साबित हुए। वे राजनीति में भी लूजर हैं। 


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