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पूर्व मुख्‍यमंत्री जीतन राम मांझी को संस्‍कारी नहीं लगते आज के बच्‍चे, कहा-पैर छूना तो भूल ही गए हैं

गया के बाराचट्टी प्रखंड के बेलघोघर गांव में मगही भाषा प्रतियोगिता में बतौर मुख्य अतिथि पहुंचे पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी ने कहा कि आजकल के बच्‍चे विदेशी संस्‍कृति से प्रभावित हैं। वे अपनी संस्‍कृति भूल गए हैं।

By Edited By: Published: Mon, 22 Mar 2021 11:29 PM (IST)Updated: Wed, 24 Mar 2021 09:35 AM (IST)
पूर्व मुख्‍यमंत्री जीतन राम मांझी को संस्‍कारी नहीं लगते आज के बच्‍चे, कहा-पैर छूना तो भूल ही गए हैं
छात्रा को पुरस्‍कृत करते पूर्व सीएम जीतन राम मांझी। जागरण

गया, जागरण संवाददाता। पूर्व मुख्‍यमंत्री (Ex Chief Minister) सह हम के अध्‍यक्ष जीतन राम मांझी ने कहा है कि विदेशी संस्‍कृति (Foreign Culture) के प्रभाव में आजकल के बच्‍चे अपना संस्‍कार भूल गए हैं। हम बचपन से आजतक अपने बुजुर्गों के पांव छूकर आशीर्वाद लेते हैं। लेकिन आज के बच्‍चे ऐसा नहीं करते। पूर्व सीएम बाराचट्टी प्रखंड के बेलघोघर गांव में मगही भाषा प्रतियोगिता के पुरस्‍कार वितरण समारोह में बतौर मुख्‍य अतिथि बोल रहे थे।

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मगही के शुभ दिन अब आने वाले हैं

पूर्व मुख्यमंत्री ने मगही भाषा के विकास, संस्कारों एवं नारी सशक्तिकरण पर बल दिया। उन्होंने कहा कि अब मगही के शुभ दिन आने वाले हैं। हमारे पूर्वज नदी, पेड़-पहाड़ की पूजा क्यों करते थे इसके महत्व का वर्णन करते हुए सभ्यता पर जोर दिया। इस दौरान उन्‍होंने बच्‍चों को देश की संस्‍कृति के अनुरूप सुसंस्‍कृत करने की जरूरत बताई। उन्होंने देश में बढ़ रहे ग्लोबल वार्मिंग पर भी चर्चा की। साथ ही सरवां, बेलहरिया, बिंदा होते हुए बोधगया तक जाने वाली सड़क के निर्माण कराने का वादा किया। उन्होंने पूरी सभा को मगही भाषा में ही संबोधित किया।

पहली कक्षा से मगही की होगी पढ़ाई

कार्यक्रम में बाराचट्टी विधायक ज्योति देवी, मगध विश्‍वविद्यालय मगही भाषा के विभागाध्यक्ष डॉ. भरत सिंह मौजूद थे। प्रतियोगिता में प्रथम द्वितीय और तृतीय स्थान प्राप्त करने वाले प्रतिभागियों को प्रशस्ति पत्र एवं पुरस्कार देकर सम्मानित किया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता संतोष कुमार ने की। कार्यक्रम में शामिल बाराचट्टी विधायक ज्योति देवी ने कहा कि मगही भाषा का ज्ञान बच्चों के संस्कार में बालपन से हो इसके लिए हमारी गठबंधन की सरकार गंभीर है। इस भाषा का शिक्षण कार्य प्रथम क्लास से सरकारी और गैर सरकारी स्कूलों में बहुत जल्द प्रारंभ होगी।

पूरे भारत में हो मगही का विकास

प्रो. भरत प्रसाद सिंह ने कहा कि मगही का सिर्फ बाराचट्टी में ही नहीं बल्कि पूरे भारत में विकास किया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि आजादी के समय में भी मगही भाषा का प्रयोग होता था। प्रखंड प्रमुख गीता देवी सहित कई वक्ताओं ने संबोधित किया। इस मौके पर समाजसेवी रामस्वरूप मांझी, रामविलास शर्मा, विजय प्रसाद सिन्हा, महेंद्र प्रसाद, राजेंद्र प्रसाद, भीम विश्वकर्मा, तिलेश्‍वर सिंह भोक्ता सहित कई गणमान्य लोग मौजूद थे।


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