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Chhath Puja in Nawada: नवादा में महापर्व को लेकर लोगों में उत्साह, अर्घ्‍य देने के लिए घाटों पर जाने लगे श्रद्धालु

अस्ताचलगामी सूर्य को अर्घ्‍य देने के लिए नवादावासी तैयार होकर घाटों की ओर बढ़ रहे हैं। सूर्यास्त का समय नजदीक आ रहा है ऐसे में घाट छेकाई के लिए लोगों ने दोपहर 12 बजे के बाद से घाटों के लिए प्रस्थान करना शुरू कर दिया है।

By Prashant KumarEdited By: Published: Fri, 20 Nov 2020 01:58 PM (IST)Updated: Fri, 20 Nov 2020 01:58 PM (IST)
Chhath Puja in Nawada: नवादा में महापर्व को लेकर लोगों में उत्साह, अर्घ्‍य देने के लिए घाटों पर जाने लगे श्रद्धालु
नवादा के लोगों ने महापर्व छठ के अवसर पर की जमकर खरीदारी। जागरण।

गया, जेएनएन। महापर्व छठ के तीसरे दिन नवादा के लोगों में जमकर उत्साह देखने को मिल रहा है। अस्ताचलगामी सूर्य को अर्घ्‍य देने के लिए नवादावासी तैयार होकर घाटों की ओर बढ़ रहे हैं। सूर्यास्त का समय नजदीक आ रहा है, ऐसे में घाट छेकाई के लिए लोगों ने दोपहर 12 बजे के बाद से घाटों के लिए प्रस्थान करना शुरू कर दिया है। मोहल्ले और कॉलोनियों में बने तालाबों में भी भगवान भास्कर को अघ्र्य दिया जाएगा। इसके लिए प्रशासन और पूजा समितियों ने भी तैयारी कर रखी है।

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लोग क्यों करते हैं घाट छेकाई

घरों से निकलकर नदी के घाटों और तालाबों में अर्घ्‍य देने वाले श्रद्धालु घाट छेकाई करते हैं। परंपरा के अनुसार, जिस स्थान पर अस्ताचलगामी को अर्घ्‍य दिया जाएगा, वहीं अगली सुबह उद्यमान सूर्य को भी अर्घ्‍ययदान करना अनिवार्य है। कई बार लोग परिवार के एक सदस्य को रातभर के लिए उस स्थान पर ही बिठा देते थे, जहां अस्ताचलगामी सूर्य को अर्घ्‍य अर्पित किया गया, ताकि अगली सुबह वहां दूसरे श्रद्धालु न पहुंच जाएं। लोग उन स्थानों पर निशान भी लगा देते हैं।

छठी मैया के गीतों से माहौल भक्तिमय

गली-मोहल्लों में छठी मैया के गीतों से पूरा माहौल भक्तिमय हो गया है। मिर्जापुर स्थित सूर्यमंदिर धाम, शोभिया मंदिर, गढ़पर स्थित सूर्य मंदिर, मोतीबिगहा सूर्य मंदिर परिसर में लोग पहुंचने लगे हैं। पारंपरिक गीत मारबौ रे सुगवा धनुष से, कांच ही बांस के बहंगिया समेत अन्य गीतों से शहर गूंजयमान हो रहा है।

खरीदारी को उमड़ी भीड़

शुक्रवार की सुबह होते ही नगर बाजार में पूजन सामग्री की खरीदारी को लेकर भीड़ उमड़ पड़ी। पूजन सामग्री व फल-फूल की खरीदारी को लेकर बाजार में काफी चहल-पहल देखी गई। खासकर मेन रोड में सजी अस्थाई दुकानों पर खरीदारी के लिए लोगों की भीड़ लगी रही। शहरी क्षेत्र के साथ ग्रामीण इलाकों से पहुंचे लोगों ने फल-फूल, सूप-दउरा समेत अन्य पूजन सामग्री की खरीदारी की। इस दौरान संतरा 60 रुपये किलो, सेव 120 रुपये किलो, पानी फल 60 रुपये किलो, केला 60 रुपये दर्जन, नारियल 40 रुपये पीस, सांचा 100 रुपये किलो बिका। वहीं केतारी 20 रुपये प्रति पीस व मूली 60 रुपये किलो बिका।


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