Aurangabad: हादसे में घायल बढ़ई ने तोड़ा दम, जेसीबी चालक पर जानबूझकर कुचलने की प्राथमिकी
औरंंगाबाद के ओबरा थाना क्षेत्र में जेसीबी की चपेट में आने से जख्मी साइकिल सवार की मौत इलाज के दौरान पटना में हो गई। मृतक के भाई ने जेसीबी के चालक पर जान बूझकर कुचलने की प्राथमिकी दर्ज कराई है।
ओबरा (औरंगाबाद), संवाद सूत्र। पांच दिनों से जिंदगी और मौत से जूझ रहे 48 वर्षीय श्याम सुंदर विश्वकर्मा जिंदगी की जंग हार गए। सड़क दुर्घटना में घायल बड़ही मिस्त्री की बुधवार को इलाज के क्रम में मौत हो गई। बताया जाता है कि ओबरा थाना के कलेन गांव निवासी श्याम सुंदर विश्वकर्मा बीते पांच मई को रफीगंज के पोखराहा गांव अपने रिश्तेदार के घर से लौट रहे थे। इसी दौरान खुदवां थाना के समीप त्रिशंकर मोड़ पर एक जेसीबी ने उन्हें कुचल दिया। पटना में इलाज केदौरान हुई मौत की खबर मिलते ही परिवार में कोहराम मच गया। स्वजनों के विलाप से गांव के लेाग भी मर्माहत हैं।
जेसीबी चालक पर मृतक के भाई ने कराई प्राथमिकी
मृतक के छोटा भाई राजू शर्मा के बयान पर खुदवां थाने में एक प्राथमिकी जेसीबी चालक चौनाही निवासी सुनील साव पर 11 मई को कराई गई थी। जिसमें उल्लेख किया था कि मेरे बड़े भाई श्यामसुंदर विश्वकर्मा अपने साइकिल से घर आ रहे थे। तभी जेसीबी के चालक सुनील साव ने जान बुझकर मेरे भाई पर जेसीबी मशीन चढ़ा दिया। इसमें वह गंभीर रूप से जख्मी हो गए। उन्हें सदर अस्पताल ले जाया गया था। हालत गंभीर देखकर पटना रेफर कर दिया गया। वहां इलाज चल रहा था। बुधवार की सुबह उन्होंने दम तोड़ दिया।
बूढ़ी मां की आंखों से सूख नहीं रहे आंसू
मौत की खबर सुनकर पत्नी विमला देवी एवं 75 वर्षीय मां भगवानीया देवी के अलावा अन्य स्वजनों का रो-रोकर बुरा हाल है। बता दें कि मृतक बढ़ई का कार्य करता था। बड़ा पुत्र रविरंजन एवं छोटा पुत्र सोनू कुमार प्राइवेट कंपनी जोधपुर में रहकर काम करता है। मृतक के स्वजनों ने उक्त चालक से मुआवजा राशि की मांग की है। साथ ही जेसीबी चालक सुनील साव को अविलंब गिरफ्तार करने की मांग पुलिस प्रशासन से की है। इस संबंध में खुदवां थानाध्यक्ष अश्विनी कुमार सिन्हा ने बताया कि प्राथमिकी दर्ज कर गंभीरता पूर्वक जांच कराई जा रही है। थानाध्यक्ष ने बताया कि जैसे ही शव आएगा पोस्टमार्टम कराकर स्वजनों के सुपुर्द कर दिया जाएगा।