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नवादा: शहर में बंद के मुद्दे पर दो गुट में बंटे सर्राफा व्यवसायी, शहर में कुछ दुकानें रहीं बंद तो कुछ खुलीं

जिले में बंदी को लेकर सर्राफा व्यवसायी दो फाड़ में बंटे दिखे। फलस्वरुप शहर में जेवर कारोबारियों की कई दुकानें बंद रहीं तो कई दुकानें खुली रहीं। सोनारपट्टी रोड में कुछ दुकानें बंद रहीं जबकि अधिकांश दुकानें खुली थीं। हालांकि सर्राफा व्यवसायियों ने सुरक्षा को लेकर चिंता जाहिर की।

By Prashant Kumar PandeyEdited By: Published: Mon, 24 Jan 2022 04:24 PM (IST)Updated: Mon, 24 Jan 2022 04:24 PM (IST)
नवादा में खुले सोने- चांदी की दुकान की सांकेतिक तस्वीर

 संवाद सहयोगी, नवादा : कंफेडरेशन आफ आल इंडिया ट्रेडर्स (कैट) और आल इंडिया ज्वेलर्स एंड गोल्ड स्मिथ फेडरेशन के संयुक्त आह्वान पर सर्राफा बाजार में बंदी का एलान किया गया था। जिले में बंदी को लेकर सर्राफा व्यवसायी दो फाड़ में बंटे दिखे। फलस्वरुप शहर में जेवर कारोबारियों की कई दुकानें बंद रहीं तो कई दुकानें खुली रहीं। सोनारपट्टी रोड में कुछ दुकानें बंद रहीं, जबकि अधिकांश दुकानें खुली थीं। हालांकि सर्राफा व्यवसायियों ने सुरक्षा को लेकर चिंता जाहिर की। 

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जेवर कारोबारियों को एकजुट होने की आवश्यकता

दुकान खुला रखने वाले जेवर कारोबारियों का कहना था कि निश्चित रूप से व्यवसायियों को सुरक्षा की जरुरत है। लेकिन नवादा के मुद्दे पर संगठन के प्रदेश नेतृत्व का साथ नहीं मिलता है। फलस्वरुप दुकानों को खुला रखा गया है। वहीं बंद समर्थकों का कहना था कि सुरक्षा के मुद्दे पर सभी जेवर कारोबारियों को एकजुट होने की आवश्यकता है। जिला स्वर्णकार विकास एवं शोध संस्थान के जिलाध्यक्ष विनोद कुमार रंजन ने कहा कि सूबे के विभिन्न जिलों में जेवर कारोबारियों को अपराधी निशाना बना रहे हैं। सरकार और जिला प्रशासन सभी जेवर कारोबारियों के साथ अन्य व्यवसायियों को सुरक्षा प्रदान करे।

जिला प्रशासन से संघ ने रखी मांग

स्वर्ण व्यवसायियों के जानमाल की सुरक्षा का हो समुचित प्रबंध। - सोनारपट्टी रोड, अस्पताल रोड, गढ़पर मोहल्ले में बढाई जाए गश्ती।- स्वर्ण व्यवसायियों के साथ माह में एक बार बैठक करे प्रशासन।- पूर्व में घटित लूटपाट व अन्य अपराधिक घटनाओं का किया जाए उद्भेदन।- पूर्व से निर्गत आर्म्स लाइसेंस का हो रिन्युअल। - इच्छुक स्वर्ण व्यवसायियों को दिया जाए आर्म्स लाइसेंस। 

सोनारपट्टी रोड से सुरक्षा हटाने से व्यवसायी चिंतित

संस, नवादा : नगर के सोनारपट्टी रोड के जेवर कारोबारियों ने सुरक्षा को लेकर चिंता जाहिर की है। जेवर कारोबारियों का कहना है कि कुछ वर्षों पहले संजय वर्मा हत्याकांड के बाद सोनारपट्टी रोड में सुरक्षा बढ़ाई गई थी। सैप जवानों व जिला पुलिस बल की प्रतिनियुक्ति की गई थी। दिन में कई बार थाना की गश्ती दल गुजरती थी। पिछले एक साल से यह व्यवस्था बंद कर दी गई है। सैप जवानों व जिला पुलिस बल को वापस कर लिया गया है। अब जबकि सूबे के विभिन्न जिलों में जेवर कारोबारियों को निशाना बनाया जा रहा है तो सुरक्षा को लेकर चिंता स्वभाविक है। जेवर कारोबारियों ने इस ओर एसपी का ध्यान आकृष्ट कराते हुए सुरक्षा प्रदान करने की मांग की है। 

कहते हैं जेवर कारोबारी

पिछले एक साल से प्रतिनियुक्त पुलिस कर्मियों को सोनारपट्टी रोड से वापस कर लिया गया है। फलस्वरुप सुरक्षा को लेकर चिंता बढ़ गई है। पूर्व की घटनाओं को ध्यान में रखते हुए सुरक्षा व्यवस्था बहाल की जाए। 

प्रमोद कुमार, सोनारपट्टी रोड। 

साेनारपट्टी रोड से सुरक्षाकर्मियों को वापस लिए जाने का निर्णय निराशाजनक है। विभिन्न जिलों में जेवर कारोबारियों के साथ घटनाएं हो रही हैं। पटना में व्यसायी सुरक्षित नहीं हैं। इसलिए सुरक्षा प्रदान की जाए।

दीपक कुमार, सोनारपट्टी रोड। 

कुछ जेवर कारोबारी आर्म्स लाइसेंस लेने को इच्छुक हैं। पूर्व में प्रशासन से संपर्क किया गया था, लेकिन लाइसेंस निर्गत नहीं होने की बात कह मामला टाल दिया गया। अब तो सुरक्षाकर्मी भी वापस कर लिए गए हैं। 

मुन्ना लाल सर्राफ, सोनारपट्टी रोड। 

सोनारपट्टी रोड में पुलिसकर्मियों की प्रतिनियुक्ति थी। लेकिन एक साल से यह व्यवस्था हटा ली गई है। गश्ती भी नियमित नहीं है। पुलिस प्रशासन व्यवसायियों के जानमाल की सुरक्षा का प्रबंध करे। 

विनोद कुमार रंजन, जेवर कारोबारी। 


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