बौद्ध गुरु दलाई लामा ने कहा- बंदूक से बड़ी होती है सच की ताकत, चीन से ताकतवर हैं हम
गया पहुंचे बौद्ध गुरु दलाई लामा ने कहा कि बंदूक की ताकत से बड़ी होती है सच की ताकत। उन्होंने कहा कि हमारे पास सच की ताकत है और चीन के पास बंदूक की ताकत।
गया, जेएनएन। तिब्बती बौद्ध गुरु दलाई लामा ने कहा है कि बंदूक से ज्यादा ताकत सच्चाई में होती है। हमारे पास सच्चाई की ताकत है, जबकि चीन के पास बंदूक की ताकत है। आज अहिंसा और करुणा दुनिया की जरूरत बन गई है। आज के समय में शांति के रास्ते पर चलकर ही अमन और तरक्की की कल्पना की जा सकती है।
गया में बुधवार को दलाई लामा महाबोधि मंदिर पहुंचे और भगवान बुद्ध को नमन किया। उसके बाद गर्भगृह में जाकर उन्होंने पूजा-अर्चना की और उसके बाद बाद पवित्र महाबोधि वृक्ष का भी दर्शन और नमन किया।
महाबोधि मंदिर से बाहर निकलने के दौरान पत्रकारों से बात करते हुए धर्मगुरु दलाईलामा ने कहा कि भारत में सर्वधर्म सद्भाव की परंपरा रही है। यहां से कई धर्मों का उदय हुआ। बावजूद यहां एक दूसरे में एकजुटता मिशाल है। जो किसी भी देश में नही है। सभी धर्मों के धर्मगुरुओं को इस परंपरा को संजोने और संरक्षित रखने की जरूरत है।
#WATCH Dalai Lama in Gaya, on 'what message does he have for Chinese govt': We have the power of truth. Chinese communists have the power of gun. In the long run, power of truth is much stronger than power of gun. #Bihar pic.twitter.com/dzp6gEMoUh — ANI (@ANI) December 25, 2019
बता दें कि बौद्धगुरु दलाई लामा 14 दिवसीय प्रवास पर मंगलवार को बोधगया पहुंचे हैं। वे दोजनवरी से गया के कालचक्र मैदान में आयोजित विशेष शैक्षणिक सत्र की अगुवाई करेंगे। उन्होंने कहा कि प्राचीन भारतीय ज्ञान बहुत उपयोगी है। अहिंसा और करुणा दुनिया को अपनाना चाहिए और भारत को भी।
उन्होंने कहा कि आधुनिक भारत मे इस ज्ञान को पुनः स्थापित करना जरूरी है। फिर से इस ज्ञान को जागृत करना मानवीय जरूरत बन गई है। ताकि भारत आधुनिक शिक्षा और प्राचीन शिक्षा को एक साथ ला सके। यह आंतरिक शांति की जरूरत है। भारतीय समाज सेक्युलर है। पूरे दुनिया को अहिंसा और करुणा का रास्ता अपनाना चाहिए।