Move to Jagran APP

हिसुआ विधायक की दोनों देवरानियां हारीं, जिला परिषद व मुखिया पद पर मिली हार, एक जिला परिषद तो दूसरी मुखिया पद की थीं प्रत्याशी

हिसुआ विधायक नीतू कुमारी की दोनों देवरानियों को हार का मुंह देखना पड़ा। विधायक की एक देवरानी आभा देवी हिसुआ प्रखंड के हिसुआ पश्चिमी से जिला परिषद पद की प्रत्याशी थीं। लेकिन वह जनता का आशीर्वाद नहीं प्राप्त कर सकीं और उन्हें दूसरे नंबर पर रहकर संतोष करना पड़ा।

By Prashant Kumar PandeyEdited By: Published: Wed, 01 Dec 2021 05:41 PM (IST)Updated: Wed, 01 Dec 2021 05:41 PM (IST)
हिसुआ विधायक की दोनों देवरानियां हारीं, जिला परिषद व मुखिया पद पर मिली हार, एक जिला परिषद तो दूसरी मुखिया पद की थीं प्रत्याशी
नवादा से चुनाव हारीं आभा देवी, जिला परिषद प्रत्याशी

 संवाद सहयोगी, नवादा : पंचायत चुनाव में वोटरों का मिजाज कुछ अलग ही रंग दिखा रहा है। आलम यह कि राजनैतिक दिग्गजों को भी हार का सामना करना पड़ रहा है। नौवें चरण की मतगणना में कुछ ऐसा ही दृश्य सामने आया है। हिसुआ विधायक नीतू कुमारी की दोनों देवरानियों को हार का मुंह देखना पड़ा। विधायक की एक देवरानी आभा देवी हिसुआ प्रखंड के हिसुआ पश्चिमी से जिला परिषद पद की प्रत्याशी थीं। लेकिन वह जनता का आशीर्वाद नहीं प्राप्त कर सकीं और उन्हें दूसरे नंबर पर रहकर संतोष करना पड़ा। उन्हें उमेश कुमार यादव ने 2877 मतों के अंतर से पराजित किया। नवनिर्वाचित जिला परिषद सदस्य उमेश को 7805 मत प्राप्त हुए, जबकि आभा देवी को 4928 मत ही मिले। बता दें कि आभा देवी कांग्रेस की पूर्व जिलाध्यक्ष हैं। 

loksabha election banner

प्रियंका कुमारी मुखिया प्रत्याशी

प्रियंका कुमारी को दूसरे नंबर पर रहना पड़ा

दूसरी देवरानी प्रियंका कुमारी नरहट प्रखंड के नरहट पंचायत की मुखिया प्रत्याशी थीं। उन्हें भी दूसरे नंबर पर रहना पड़ा। इस पंचायत में इहतेसाम केशर ने जीत हासिल की। नवनिर्वाचित मुखिया इहतेशाम को 2678 मत मिले, जबकि प्रियंका 2033 वोट ही प्राप्त कर सकीं। बता दें कि पूर्व में नरहट पंचायत में विधायक नीतू कुमारी की सास उर्मिला देवी मुखिया थीं। लेकिन सात निश्चय योजना में गबन के आरोप में उन्हें बर्खास्त कर दिया गया था। 

उर्मिला देवी पर 61 लाख 61 हजार रुपये गबन का आरोप

इसके बाद उपमुखिया मनौअर हुसैन मुखिया पद की जिम्मेवारी दी गई थी। तत्कालीन मुखिया उर्मिला देवी पर 61 लाख 61 हजार रुपये गबन का आरोप है। इनपर सात निश्चय योजना की राशि वार्ड क्रियान्वयन सह प्रबंधन समिति को हस्तांतरित न कर स्वयं पंचायत सचिव की मिलीभगत से निकासी करने का आरोप था। गौरतलब है कि उर्मिला देवी पूर्व मंत्री स्व. आदित्य सिंह की पत्नी हैं। इस प्रकार पंचायत चुनाव के नतीजों ने राजनैतिक घरानों को चौंका दिया है।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.