Gaya: भाजपा कार्यकर्ताओं ने अपने-अपने घरों पर दिया धरना, पश्चिम बंगाल में राष्ट्र्रपति शासन की मांग
पश्चिम बंगाल में विधानसभा चुनाव परिणाम की घोषणा के बाद भाजपा कार्यकर्ताओं पर हो रहे हमले के विरोध में पार्टी कार्यकर्ताओं ने अपने-अपने आवास पर धरना दिया। हमले की निंदा की। वहां राष्ट्रपति शासन लगाने की मांग भी की।
गया, जागरण संवाददाता। पश्चिम बंगाल में विधानसभा चुनाव (West Bengal Assembly Election 2021) का परिणाम आने के बाद भाजपा कार्यकर्ताओं पर हो रहे हमले (Attack on BJP Workers) और हत्या के खिलाफ गया में जिला भाजपा के पदाधिकारियों व कार्यकर्ताओं ने अपने-अपने घर पर धरना दिया। वहां राष्ट्रपति शासन (President Rule) लगाने की मांग की। जिला अध्यक्ष धनराज शर्मा ने धरना के माध्यम से कहा कि भाजपा के कार्यकर्ता विचारधारा के साथ लोकतांत्रिक तरीके से विरोध करने में विश्वास रखते हैं। पांच राज्यों के चुनाव में भाजपा ने बेहतर प्रर्दर्शन किया। असम व पुदुचेरी में सत्ता में आए।
ममता बनर्जी ने कार्यकर्ताओं पर करवाए हमले
बंगाल में तीन से से 77 विधायकों के साथ तमिलनाडु में बेहतरीन प्रदर्शन कार्यकर्ता की बदौलत ही हुआ है। तृणमूल कांग्रेस की प्रमुख सह पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने अपनी हार से बौखला कर भाजपा कार्यकर्ताओं पर हमला करवाना शुरू कर दिया है। किसी भी पार्टी काे लोकतांत्रिक रूप से विरोध करने अधिकार है। लेकिन हत्या कर,डराकर अपनी विचारधारा दूसरे किसी भी पार्टी को मानने पर मजबूर नहीं किया जा सकता है। आज भाजपा की सरकार अनेक राज्यों में है लेकिन इस प्रकार विपक्षी पार्टी केकार्यकर्ताओं पर हमला नहीं करते। आज करीब 250 कार्यकर्ताओं ने गया जिला में अपने-अपने घर पर धरना के माध्यम से विरोध दर्ज कराया है।
पश्चिम बंगाल में राष्ट्रपति शासन लगाने की मांग
धरना पर जिला उपाध्यक्ष राजेंद्र राम, कंचन सिन्हा, अजय कुमार, प्रेम प्रकाश, नरेन्द्र सिंह दांगी, राजेंद्र प्रसाद अधिवक्ता, जिला मिडिया प्रभारी युगेश कुमार, विनोद सिंह आदि बैठे। कहा कि पश्चिम बंगाल में लोकतंत्र को शर्मसार किया जा रहा है। तृणमूल कांग्रेस ने हिंसक घटनाओंं को अंजाम देकर भाजपा कार्यकर्ताओ की निर्मम हत्या की है। जिला उपाध्यक्ष राजेंद्र प्रसाद अधिवक्ता जिला मंत्री संतोष ठाकुर और जिला अनुसूचित जाति मोर्चा के महामंत्री अशोक प्रसाद भारती सहित गया महानगर वरिष्ठ कार्यकर्ताओं घटना कि निंदा करते हुए पश्चिम बंगाल अविलंंब राष्ट्रपति शासन लगाने कि मांग की। कहा कि लोकतंत्र में चुनाव में जीत हार होती रहती है लेकिन तृणमूल कांग्रेस के बड़े नेताओं के द्वारा उकसाने पर भाजपा कार्यकर्ताओं कि हत्या, लूट पाट एवं आगजनी की घटना को लेकर लगभग सैकड़ो कार्यकर्ताओं को भागने पर मजबूर कर दिया गया। उनलोगों ने बंगाल छोड़ दिया है। राजेंद्र प्रसाद अधिवक्ता ने सीबीआई जांच की मांग की।