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रोहतास पंचायत, मुखिया चुनाव: अपने-अपने मियां पर सबको बड़ा नाज है, पंचायत चुनाव में महिला सशक्‍तीकरण की यह तस्‍वीर

रोहतास पंचायत मुखिया चुनाव इस बार पंचायत चुनाव में किसी भी पद के लिए लडऩे वाली महिलाओं की संख्या पुरुषों की अपेक्षा अधिक है। लेकिन एक सच यह भी है कि ये महिलाएं स्वयं कम और इनके पति या परिवार के अन्य पुरुष सदस्य अधिक चुनाव लड़ रहे हैं।

By Sumita JaiswalEdited By: Published: Wed, 20 Oct 2021 03:33 PM (IST)Updated: Wed, 20 Oct 2021 05:04 PM (IST)
रोहतास पंचायत, मुखिया चुनाव: अपने-अपने मियां पर सबको बड़ा नाज है, पंचायत चुनाव में महिला सशक्‍तीकरण की यह तस्‍वीर
पत्नी को जिताने के लिए पति हाथ जोड़े घूम रहे हैं, सांकेतिक तस्‍वीर।

बिक्रमगंज (रोहतास), संवाद सहयोगी। त्रिस्तरीय बिहार पंचायत चुनाव में 50 फीसद सीट महिलाओं के लिए आरक्षित है। महिलाएं इस बार कई वैसे सीट से भी चुनाव लड़ रही हैं जो सीट अनारक्षित अन्य है। इस बार किसी भी पद के लिए चुनाव लडऩे वाली महिलाओं की संख्या पुरुषों की अपेक्षा अधिक है। लेकिन एक सच यह भी है कि ये महिलाएं स्वयं कम और इनके पति या परिवार के अन्य पुरुष सदस्य अधिक चुनाव लड़ रहे हैं। वोट मांगने के लिए भी ये महिलाएं कम निकलती है और इनके पति या परिवार के अन्य पुरुष सदस्य ही अधिक निकलते हैं।

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वोट मांगने भी कम ही निकलती हैं महिलाएं

वोट के लिए पति ही गांव गांव में हाथ जोड़े घुम रहे हैं। जबकि पत्नी पूरे चुनाव में सिर्फ एक दो बार ही वोट मांगने दहलीज से बाहर निकलती हैं।  पोस्टर व पर्चा पर पति का नाम और फोटो ही प्रमुखता से दिख रहा है। जीत के बाद भी लोग उनके पति को या उनके घर के प्रमुख पुरुष सदस्य को उस पदनाम से जानते हैं। कई बार तो पुरुष सरकारी बैठक में भी साथ जाते व अपना विचार रखते हैं। प्रमुख का चुनाव, जिला परिषद अध्यक्ष के चुनाव, निकाय विधान पार्षद का चुनाव जैसे कार्यों में भी कहां मतदान करना है या नहीं करना है, उसमें अधिकांश महिला प्रतिनिधियों के पति ही डील करते हैं। उनका निर्णय ही अंतिम निर्णय होता है। हालांकि कुछ महिलाएं अपने भरोसे भी पूरे दम खम से चुनाव लड़ती हैं।

अधिकांश पदों के लिए महिला अ‍भ्‍यर्थियों की संख्‍या अधिक

महिला सशक्तीकरण के लिए सरकार की ओर से बनाई गई इस व्यवस्था में महिलाएं भले ही 50 फीसद या उससे अधिक प्रतिनिधि बन रही हैं, लेकिन इक्का दुक्का को छोड़कर अधिकांश महिला प्रतिनिधियों के निर्णय पर वर्चस्व पुरुष वर्ग का ही है। बिक्रमगंज में त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव में विभिन्न पदों के लिए 1263 लोगों ने नामांकन किया है। जिसमें पुरुष अभ्यर्थियों की संख्या 588 जबकि महिला अभ्यर्थियों की संख्या 675 है। अधिकांश पदों के लिए महिला अभ्यर्थियों की संख्या पुरुषों से अधिक है। मुखिया पद के लिए कुल 103 अभ्यर्थियों में 63 महिलाएं है। जबकि पुरुष अभ्यर्थियों की संख्या 40 है। उसी तरह वार्ड सदस्य के लिए 643 अभ्यर्थियों में 329 महिला और 314 पुरुष है। पंच के कुल 312 उम्मीदवारों में महिला अभ्यर्थियों की संख्या 183 है, जबकि पुरूष अभ्यर्थियों की संख्या 129 है।

अनारक्षित सीटों पर भी महिलाएं आजमा रहीं किस्‍मत

कई अनारक्षित पदों के लिए महिला पुरषों से दो-दो हाथ करने को भी तैयार है। जिला परिषद सदस्य के लिए बिक्रमगंज उत्तरी निर्वाचन क्षेत्र संख्या 20 अनारक्षित समान्य है। जिसमें कुल 10 उम्मीदवार मैदान में है। जिसमें तीन महिला और सात पुरुष है। इसी तरह मुखिया, बीडीसी, सरपंच आदि पदों के लिए भी कई पंचयतों में महिला अनारक्षित अन्य सीटों से मुकाबला पुरुषों से करेंगी।


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