त्याग और प्रेम की प्रतिमूर्ति थे बलिराम यादव, जयराम गिरी उच्च विद्यालय में मनाया गया 28वां शहादत दिवस
जयराम गिरी उच्च विद्यालय के प्रांगण में शहीद बलिराम यादव का 28 वां पुण्यतिथि मनाया गया। इस मौके पर उपस्थित लोगों ने बलिराम यादव के चलचित्र पर पुष्पांजलि किया। सभा की अध्यक्षता बोधगया के पूर्व प्रमुख कालीचरण यादव ने किया वही संचालन रामचंद्र यादव के द्वारा किया गया।
संवाद सूत्र, डोभी (गया)। गुरुवार को जयराम गिरी उच्च विद्यालय के प्रांगण में शहीद बलिराम यादव का 28 वां पुण्यतिथि मनाया गया। इस मौके पर उपस्थित लोगों ने बलिराम यादव के चलचित्र पर पुष्पांजलि किया। इस मौके पर आयोजित सभा की अध्यक्षता बोधगया के पूर्व प्रमुख कालीचरण यादव ने किया वही संचालन रामचंद्र यादव के द्वारा किया गया।
इस मौके पर विद्यालय के प्रांगण में इनके स्मृति पर पौधारोपण किया गया। कार्यक्रम की शुरुआत बलिराम यादव के आत्मा की शांति के लिए दो मिनट का मौन धारण किया गया। सभा मे उपस्थित लोगों को अपने संबोधन में राजद के युवा नेता भगत यादव ने कहा कि आज के दिन को हमसभी लोग पुण्यतिथि, स्मृति दिवस, श्रद्धांजलि दिवस, पुष्पांजलि दिवस या फिर शहादत दिवस के रूप में मनाते है। आज का दिन इस क्षेत्र के लिए काला दिन हो गया।
समाजसेवी बलिराम यादव किसी भी क्षेत्र में अपने आप मे सतत गतिशील रहते हुए नायक का काम करते थे। सभी वर्ग के लोगों को मार्गदर्शन देने का हमेशा कार्य किये। शिक्षक नही होते हुए भी शिक्षक का कार्य करते थे। प्रेमचंद तिवारी ने कहा कि सत्य पर चलने के लिए इन्हें खुद को न्योछवर करना पड़ा। सामन्तवादी ताकतों ने इनके बढ़ते हुए कद को देखते हुए इनकी हत्या करवाने का कार्य किया। जिससे समाज अनाथ हो जाये परन्तु इनके द्वारा बताए गए रास्ते पर चलकर आज समाज को बेहतर रूप देने का कार्य किया जा रहा है।
वक्ता बालकिशुन यादव और अनुग्रह यादव ने कहा को ये प्रेम की प्रतिमूर्ति थे और बच्चों से ज्यादा प्रेम करते थे। पूर्व से बने हुए रास्ते पर चलना हर ब्यक्ति को आसान होता है परन्तु बलिराम यादव उक्त रास्ते पर न चलकर खुद का रास्ता बनाते थे और उस कठिनाई भरे रास्ते पर चलकर समाज के लोगों को आगे लाने के लिए हर समय तैयार रहते थे। इनके शहादत के दिन भी दो परिवारों के बीच का झगड़ा को समाप्त करके अपने घर लौट रहे थे। शहीद बलिराम यादव का आदमकद प्रतिमा लगाई जाएगी।
संतोष चौधरी ने कहा कि इनके नाम पर क्लब की स्थापना किया जाना चाहिये। इस मौके पर राजद नेता प्रमोद स्वर्णकार, कामदेव यादव, उमेश यादव, पुरुषोत्तम पाठक, भरत यादव, सुरेंद्र यादव, महेंद्र यादव, रंजीत कुमार, विनोद यादव, रवि यादव, दुखहरण समेत कई लोगों ने सभा को सम्बोधित किया।