डेहरी प्रखंड के भटौली गांव में नल-जल योजना का बुरा हाल, एक-दूसरे पर जिम्मेदारी डाल रहे जिम्मेदार
नलजल योजना में भारी गड़बड़ी से नाराजगी आन्दोलन के मुड में भटौली गांव के लोग हर घर नल का जल से नहीं निकला पानी मुखिया से लेकर वार्ड सदस्य तक एक-दूसरे पर कर रहे दोषारोपण कार्रवाई से बच रहे अधिकारी
गया/डेहरी-ऑन-सोन, जेएनएन। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की अति महत्वाकांक्षी सात निश्चय योजना के तहत चल रहे हर घर नल जल के कार्य में घोर अनियमितता बरतने का मामला इन दिनों सुर्खियों में है। हर घर नल जल योजना का कार्य रोहतास जिले के डेहरी प्रखंड के अंतर्गत पतपुरा पंचायत के भटौली गांव में पूर्ण रूप से फ्लॉप साबित होने के कगार पर है। योजना में व्यापक स्तर पर लूट मची हुई है।
जगह-जगह टूट रही प्लास्टिक पाइप
भटौली गांव के वार्ड नंबर 8 में मानक के अनुरूप काम नहीं करने व घटिया किस्म की सामग्री का प्रयोग किया गया है। बोरिंग करने के बाद काम अधूरा छोड़ दिया गया है। संवेदक की लापरवाही के कारण पूरे गांव की नाली का गंदा पानी बोरिंग किए हुए बोरवेल में जाता है। हर घर में नल के लिए कनेक्शन बिछाया गया, लेकिन प्लास्टिक पाइप जगह जगह टूट गया और जाम हो गया।
ग्रामीणों ने लगाया मानक की अनदेखी का आरोप
भटौली गांव के ग्रामीण एसपी जैन कॉलेज के छात्र हरीश कुमार पांडेय, संजय पांडेय मुख्तार अंसारी के अनुसार गांव में जलापूर्ति के लिए बिछाया गया पाइप मानक के अनुरूप नहीं है। प्रावधान के अनुसार आइएसआइ मार्का का पाइप होना चाहिए, परंतु लोकल पाइप डालने के कारण जगह-जगह पाइप टूट रही है। मात्र 10 ईच से एक फीट गड्ढा काट कर पाइप लगाई गई है। वहीं ग्रामीण नील कमल पांडेय ने बताया कि हमें इस कार्य का कोई जानकारी नहीं है और ना ही मीटिंग में उन्हें बुलाकर ही कोई मशविरा किया जाता है। जबकि सरकार द्वारा इस योजना को सुचारू रूप से चलाने के लिए प्रत्येक वार्ड में कमिटी गठन कर कार्य कराना है।
शिकायत के बाद नहीं हो रही कार्रवाई
इसकी शिकायत पूर्व में ग्रामीणों द्वारा कई बार संबंधित अधिकारियों से की गई। शिकायत के बाद डेहरी प्रखंड विकास पदाधिकारी अरूण कुमार सिंह, पूर्व अंचलाधिकारी गुलाम शाहीद एवं वर्तमान अंचलाधिकारी अनामिका कुमारी ने निरीक्षण किया, लेकिन कार्रवाई के नाम पर अधिकारी आज तक मौन साधे रहे। दोषी संवेदक पर कोई कार्रवाई नहीं हो रही है। ग्रामीण सुरेश पाल, रामाशीष पासवान, बुधन अंसारी सहित दर्जनों लोगों ने नल-जल योजना में अनियमितताओं की जांच करा दोषियों पर कार्रवाई करने व ग्रामीणों को योजना का लाभ दिलाने की मांग की है।
मुखिया ने कहा- जांच के लिए की है अनुशंसा
पतपुरा पंचायत की मुखिया कलावती देवी के अनुसार दो वर्ष पहले वार्ड सदस्य क्रियान्वयन समिति को नल-जल योजना के लिए 10 लाख रुपये दिए गए हैं। लेकिन अभी तक नल से जल की सप्लाई नहीं हो रही है। अधूरा कार्य हुआ है। इससे ग्रामीणों में भारी आक्रोश है। हर हाल में इसकी जांच के लिए प्रखंड विकास पदाधिकारी अरूण कुमार सिंह व पंचायत सेवक को लिखा गया है। तथा मानक के अनुसार कार्य नहीं पाया गया तो कार्य एजेंसी एवं वार्ड सदस्य के ऊपर निश्चित ही प्राथमिकी दर्ज कर राशि की वसूली की जाएगी।
वार्ड सदस्य के प्रतिनिधि ने मुखिया पर जड़ा आरोप
भटौली गांव के वार्ड 8 के सदस्य प्रतिनिधि सरोज कुमार ने बताया कि नल-जल योजना के 13. 50 लाख रुपये की राशि में उन्हें सिर्फ 10 लाख रुपये दो वर्ष पहले मिले थे। बाकी के 3.50 लाख रुपये की मांग करने पर मुखिया देने से मना कर देती हैं, जिसके चलते नल-जल का कार्य अधूरा पड़ा हुआ है।
संवेदक ने अभी तक नहीं दिया है बिल
वहीं पंचायत सेवक रामेश्वर सिंह ने बताया कि हमने संवेदक को नल-जल योजना के लिए 10 लाख रुपये में दिए हैं। लेकिन अभी तक संवेदक के द्वारा कार्य पूर्ण रूप से नहीं कराया गया है। और अभी तक कार्य का बिल भी नहीं दिए हैं अगर बिल देते हैं तो कार्य का 7 से 8 लाख रुपये का लागत खर्च आएगा। शेष राशि अभी भी वार्ड सदस्य के खाते में पड़ी हुई है, फिर भी बची हुई शेष राशि की मांग की जा रही है। हमने इसकी सूचना प्रखंड विकास पदाधिकारी अरुण कुमार सिंह को दे दी है।
प्रखंड विकास पदाधिकारी बोले- दर्ज होगी प्राथमिकी
अरूण कुमार सिंह ने बताया कि वार्ड सदस्य कलावती देवी को नल-जल योजना का कार्य कराने के लिए 10 लाख रुपये एडवांस दिये गये, फिर भी आज तक वार्ड सदस्य के द्वारा कार्य कराए हुए काम का अब तक बिल नहीं दिया गया। अभी भी नल-जल योजना की राशि सदस्य के खाते में पड़ी है फिर भी एडवांस मांगा जा रहा है। इसको लेकर हमने कार्य एजेंसी को कार्य करने के लिए बोले हैं। फिर भी कार्य नहीं करवाता है तो इन पर अनियमितता के आरोप में संवेदक वार्ड सदस्य व समिति पर प्राथमिकी दर्ज करायी जाएगी।