अब गरीब करा सकेंगे पांच लाख तक का मुफ्त इलाज
जागरण संवाददाता, गया : आयुष्मान भारत प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना का रविवार को समाहरणालय म
जागरण संवाददाता, गया : आयुष्मान भारत प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना का रविवार को समाहरणालय में शिक्षा व प्रभारी मंत्री कृष्णनंदन वर्मा व जिलाधिकारी अभिषेक सिंह ने दीप प्रज्जवलित कर उद्घाटन किया। सामाजिक, आर्थिक एवं जातिगत जनगणना 2011 के आधार पर जिले में 3.16 लाख परिवार जो बीपीएल में शामिल हैं, उन्हें इस योजना में शामिल किया गया। इतनी संख्या में लाभार्थी परिवार के किसी भी सदस्य का सालाना पांच लाख रुपये तक इलाज करा सकते हैं। लाभार्थी जिले के 24 अस्पताल सहित देश के किसी भी चयनित अस्पताल में अपना और परिवार का इलाज कराने के लिए जा सके हैं। इस योजना में परिवार के आकार, आयु और लिंग का कोई प्रतिबंध नहीं है। जनगणना 2011 के डाटा बेस में मौजूद चिह्नित पात्र परिवारों के सभी सदस्य राष्ट्रीय स्वास्थ्य सुरक्षा मिशन में शामिल होंगे। इस योजना के अंतर्गत लाभार्थी परिवार को कुशल चिकित्सकीय सुविधा उपलब्ध कराई जाएगी। पहले से मौजूद सभी बीमारियों पर योजना के पहले दिन से चिकित्सा सुरक्षा प्राप्त होगी। अस्पताल में भर्ती होने के पहले और अस्पताल छोड़ने के बाद के इलाज पर होने वाले खर्च भी चिकित्सा सुरक्षा में शामिल है। भारत के किसी भी स्थान में सभी सार्वजनिक या सूचीबद्ध निजी अस्पतालों में जाकर उपचार करवाया जा सकता है। पूरी योजना को कैशलेस और पेपर लेस बनाया गया है। बताया गया कि पहले से भी अगर कोई परिवार गंभीर बीमारी से ग्रसित है तो वह भी इस योजना का पूरा लाभ ले सकते हैं। योजना में धोखाधड़ी से लाभार्थी को बचाने के लिए पूरी तरह कार्ड के जरिये बीमार व दवा पर आने वाली खर्च का भुगतान अस्पताल प्रबंधक को मिलेगी। छोटी या बड़ी बीमारी का इलाज देश के किसी भी संस्थान में होगा। मंत्री ने लाभार्थी को योजना का कार्ड दिए।
इस मौके पर विधान पार्षद कृष्ण कुमार सिंह, गुरुआ विधायक राजीव नंदन दांगी, सिविल सर्जन डॉ.राजेंद्र प्रसाद, जिला प्रतिरक्षण पदाधिकारी डॉ. सुरेंद्र चौधरी, उपाधीक्षक मेडिकल कॉलेज डॉ.प्रदीप कुमार, उपाधीक्षक डॉ.सत्येंद्र चौधरी, जिला प्रोग्राम पदाधिकारी मनीष कुमार आदि मौजूद थे।
वजीरगंज में वीडियो कॉफ्रेसिंग के जरिए रविवार को आयुष्मान भारत योजना का शुभारंभ किया गया। मौके पर प्रखंड विकास पदाधिकारी शत्रुंजय कुमार सिंह, चकित्सा पदाधिकारी डॉ. विपीन कुमार मौजूद थे।