औरंगाबाद: पूर्व विधायक के बॉडीगार्ड के साथ ऐसा क्या हुआ कि चली गई जान, पोस्टमार्टम रिपोर्ट खोलेगी राज
मनीष के पिता प्रहलाद सिंह ने बताया कि तीन दिन पहले ड्यूटी से घर लौटा था। रविवार शाम पुन ड्यूटी जाने के लिए बाइक से औरंगाबाद गया। औरंगाबाद से बस पकड़कर पटना (Patna) जाना था। लेकिन रास्ते में ही तबीयत बिगड़ गई।
जागरण टीम, औरंगाबाद/मदनपुर। मदनपुर थाना के महुआवां गांव निवासी प्रहलाद सिंह के 32 वर्षीय पुत्र मनीष कुमार की संदेहास्पद अवस्था में सोमवार की अहले सुबह मौत हो गई। मनीष जमुई में सिपाही के पद पर कार्यरत था। वर्तमान में जमुई के पूर्व विधायक अजय प्रताप सिंह का अंगरक्षक था। सदर अस्पताल में अहले सुबह 4.30 बजे चिकित्सक ने उसे मृत घोषित किया। मृतक मनीष के पिता प्रहलाद सिंह ने बताया कि तीन दिन पहले ड्यूटी से घर लौटा था। रविवार शाम पुन: ड्यूटी जाने के लिए बाइक से औरंगाबाद गया। औरंगाबाद से बस पकड़कर पटना (Patna) जाना था।
औरंगाबाद आने के बाद मनीष की तबीयत खराब हो गया। वह अपनी बहन संध्या कुमारी एवं बहनोई जीतेश सिंह के घर रुक गया। रात में वहीं सो गया। अहले सुबह जब उसे लोग जगाने गए तो वह कुछ बोल नहीं रहा था। अनन-फानन में इलाज के लिए सदर अस्पताल लाया गया जहां चिकित्सक ने मृत घोषित कर दिया। मौत के कारणों का पता नहीं चल सका है। वैसे अस्पताल में कहा जा रहा था कि ठंड लगने से मौत हुई है। पुत्र की मौत से पिता के साथ स्वजन सिर्फ रो रहे थे। मौत की खबर सुनकर परिवार में कोहराम मच गया। रोते हुए पत्नी रेशमी कुमारी एवं मां लौंगवाश देवी बेहोश हो रही थी। जब होश आता सभी मनीष को खोज रहे थे। पत्नी की हालत देखकर सभी रो रहे थे।
स्वजनों ने बताया कि मनीष का दो वर्ष की बेटी और एक वर्ष का बेटा है। बच्चे भी रो रहे थे। दोनों समझ नहीं पा रहे थे कि आखिर मां क्यों रो रही है। मनीष की मौत से गांव में कोहराम मचा गया। घटना की सूचना पर पहुंची नगर थाना पुलिस ने शव को बरामद कर पोस्टमार्टम कराया। दारोगा राजू कुमार ने बताया कि मौत का स्पष्ट कारण पता नहीं चल सका है। स्वजनों के अनुसार मनीष की मौत ठंड लगने से बताया जा रह है। मौत की कारणों का पता पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही चल सकेगा।