बाल संरक्षण आयोग की टीम पहुंची पटवा टोली, न्याय का दिलाया भरोसा
अंजना हत्याकांड में पीड़ित परिवार की बात सुनने के लिए बाल संरक्षण आयोग की टीम गुरुवार को मानपुर की पटवा टोली पहुंची। टीम में राज्य और केंद्र दोनों के सदस्य शामिल थे। सबकी बातों को दर्ज करने के साथ ही टीम ने न्याय का आश्वासन दिया।
गया। अंजना हत्याकांड में पीड़ित परिवार की बात सुनने के लिए बाल संरक्षण आयोग की टीम गुरुवार को मानपुर की पटवा टोली पहुंची। टीम में राज्य और केंद्र दोनों के सदस्य शामिल थे। सबकी बातों को दर्ज करने के साथ ही टीम ने न्याय का आश्वासन दिया।
बाल संरक्षण आयोग की टीम से अंजना की मां और बहन ने पुलिस के क्रूर रवैये की शिकायत की। बताया कि पूछताछ के बहाने थाना में रखकर परिजनों की बेहरमी से पिटाई की गई। वजीरगंज कैंप के डीएसपी अभिजीत कुमार सिंह ने जबरन गुनाह कुबूल करने का दबाव बनाया। हकीकत जानने के लिए उन सबने निष्पक्ष जांच की मांग की। उसके बाद टीम के सदस्य दुर्गा स्थान पहुंचे। वहां पटवाय बिरादरी के प्रमुख लोगों से इस हत्याकांड पर काफी देर तक बातचीत की। टीम में शामिल प्रेमा साह, संदीप राठी, विनय कुमार रोशन ने कहा कि यहां के लोग काफी अच्छे हैं। अपनी बात और मांग शांतिपूर्ण तरीके से रख रहे। उन्हें अवश्य न्याय दिलाया जाएगा।
राशन के रूप में मदद, शिक्षा का वादा : अंजना के परिजनों को सदर एसडीओ सूरज कुमार सिन्हा ने 50 किलो चावल और 50 किलो गेहूं दिया। उसकी तीनों बहनों का सरकारी विद्यालय में नामांकन कराया जाएगा। पठन-पाठन की सामग्री निश्शुल्क दी जाएगी। उनकी उच्च शिक्षा की जिम्मेदारी भी सरकार उठाएगी।
ऑनर किलिंग बनाम हत्या का विवाद : 16 वर्षीया अंजना पिछले साल 28 दिसंबर की शाम घर से लापता हो गई थी। चार जनवरी को बुनियादगंज थाने में पिता तुराज पटवा उर्फ नीमा द्वारा प्राथमिकी दर्ज कराई गई। छह जनवरी को बकसरिया टोला के समीप उसका शव मिला। ऑनर किलिंग बताते हुए पुलिस ने तुराज और उसके दोस्त लीला पटवा को जेल भेज दिया। इसे अनर्गल आरोप बताते हुए पटवाय बिरादरी के लोग मानपुर के पावरलूम उद्योग को बंद कर दिए। सड़क पर उतर आक्रोश जताया। परिजनों के मुताबिक अपराधियों द्वारा अंजना की हत्या की गई है।