एपवा ने कहा-माइक्रोफाइनांस कंपनी के कर्मी कर्ज वसूली के लिए करते हैं प्रताड़ित, उनपर हो कार्रवाई
नवादा में ऐपवा की ओर से मांग दिवस का आयोजन किया गया। इसमें माइक्रोफाइनांस कंपनी से कर्ज लेने वाली ग्रामीण महिलाओं को राहत देने की मांग की गई। कहा गया कि कर्ज वसूली के लिए महिलाओं को प्रताड़ित किया जाता है।
नवादा, जागरण संवाददाता। अखिल भारतीय प्रगतिशील महिला एसोसिएशन (AIPWA) व स्वयं सहायता समूह सह जीविका संघर्ष समिति के राज्यव्यापी आह्वान पर शुक्रवार को मांग दिवस मनाया गया। नगर के पार नवादा में ऐपवा सचिव सावित्री देवी एवं सदर प्रखंड के पछियाडीह में अध्यक्ष सुदामा देवी के नेतृत्व में हाथों मे तख्ती लेकर प्रदर्शन किया गया। इस दौरान कर्ज वसूली पर रोक लगाने समेत अन्य मुद्दों पर आवाज बुलंद की गई। समूह से जुड़ी सभी महिलाओं को अनिवार्य रूप से काम देने और उनके उत्पादों की अनिवार्य रूप से सरकारी स्तर से खरीद करने की मांग की गई। कई अन्य मुद्दों पर भी सरकार का ध्यान आकृष्ट किया गया।
कर्ज वसूली के लिए प्रताड़ित करने वालों पर करें कार्रवाई
प्रदर्शन के दौरान महिलाओं को काम के अनुसार ट्रेनिंग देने, माइक्रोफाइनेंस कंपनियों और जीविका समूह और सूद वसूली पर तत्काल रोक लगाने, कर्ज वसूली के लिए महिलाओं को प्रताड़ित करने वाले कर्मचारियों को दंडित करने, समूहों से जुड़ी महिलाओं का कर्ज माफ करने की मांंग की गई।साथ ही सामुदायिक उत्प्रेरक समेत सभी जीविका कर्मियों को पहचान पत्र देने, जीविका कर्मियों का बीमा करने, जीविका कार्यकर्ताओं को न्यूनतम 18 हजार रुपये मासिक मानदेय देने आदि की मांग सरकार से की गई।
कोरोना से जीवन हो गया है बदहाल
ऐपवा की नेताओं ने कहा कि कोरोना जैसी महामारी में सरकार के तमाम फैसलों को लागू कराने में समूह की महिलाएं बढ-चढकर हिस्सा लेती हैं। लेकिन उनकी सुरक्षा के लिए कोई ठोस इंतजाम नही किया गया है। कोरोना से उनका जीवन बदहाल हो गया है। जीविका की स्थिति बदतर हो चुकी है। उनका घर-परिवार चलना मुश्किल हो गया है। खाने के लाले पड़ गए हैं। लेकिन इसकी भरपाई के प्रति सरकार संवेदनहीन बनी है। इसे किसी हाल में स्वीकार नहीं किया जाएगा। एपवा इसके खिलाफ आंदोलन करेगी। मौके पर ऐपवा व समूह की दर्जनों महिलाएं शामिल थी।सभी ने एक स्वर में राज्य सरकार से मांगें पूरी करने की मांग की।